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भागलपुर : पटना एसटीएफ और नाथनगर पुलिस ने चंपानगर के हकीम साह मोहम्मद लेन में शुक्रवार काे अवैध मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया। छापेमारी के दौरान 20 अर्द्धनिर्मित पिस्टल, लेथ मशीन, मिलिंग मशीन, ग्राइंडर व ड्रिल मशीन सहित हथियार बनाने के अन्य सामान बरामद किए। टीम ने दो हथियार तस्करों को भी गिरफ्तार किया।
मिनी गन फैक्ट्री का संचालक मुंगेर का मो. फैजल अंसारी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। मिनी गन फैक्ट्री किराये के मकान में चल रहा था। पटना एसटीएफ को सूचना मिली थी कि नाथनगर से दो युवक अवैध पिस्टल की डिलीवरी के लिए जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस से बंगाल जा रहे हैं।
इसके बाद सुबह 7:30 बजे एसटीएफ की टीम नाथनगर स्टेशन पहुंची और मुंगेर के वासदेवपुर जेरबहरा के गुड्डू शर्मा और रंगरा के ज्ञानी दास टोला के संजय कुमार काे दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर हकीम साह लेन में छापेमारी की गई। फैक्ट्री में भी मुंगेर का कारीगर पिस्टल बना रहा था।
मुंगेर से अब्जू ने करवाया था हथियार का साैदा
सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर संजय नाथनगर के फैजल से साढ़े नौ हजार रुपए प्रति पिस्टल की दर से 20 पिस्टल खरीदने का साैदा किया था। उसने एडवांस के रूप में 50 हजार रुपए दिए थे। गुड्डू शर्मा ने पुलिस को बताया कि वह मुंगेर के अब्जू नाम के व्यक्ति से संपर्क किया था। अब्जू ने ही 6 माह पहले नाथनगर में फैजल से मुलाकात करवायी थी। हथियार पहुंचने के एवज में फैजल उसे 500 रुपए प्रति पिस्टल देता था।
साढ़े नौ हजार रु. प्रति पिस्टल की दर से तस्कर ने किया था सौदा
नाथनगर स्टेशन पर दाे हथियार तस्कराें काे गिरफ्तार करने के बाद शुक्रवार की सुबह जब एसटीएफ की टीम नाथनगर पुलिस के साथ चंपानगर के हकीम साह मोहम्मद लेन पहुंची ताे कार्रवाई की भनक लगते ही मिनी गन फैक्ट्री का संचालक मुंगेर का मो. फैजल अंसारी भाग गया। उसे इस बात काे लेकर भी आशंका हुई कि बंगाल का तस्कर हथियार लेने उसके पास नहीं पहुंचा था। एसटीएफ की टीम ने चंपानगर के स्थानीय लाेगाें ने पूछताछ की, लेकिन काेई फैजल के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि फैजल देखने में बहुत शरीफ लगता था। किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करता है। इस इलाके में कपड़े बनाने के लिए बुककरों के लूम दिन-रात चलते हैं। उसकी आवाज के बीच लाेगाें काे यह नहीं पता चल पाया कि यहां अवैध हथियार भी बन रहे हैं। फैजल इसी का फायदा उठा रहा था। फैक्ट्री किराए के मकान में चल रहा था। बिहार के अलावा झारखंड व बंगाल में होती थी हथियारों की सप्लाई हाेती थी। पुलिस मामले में नक्सलियों से साठगांठ की जांच भी करेगी।
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