पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar Attack On RCP Singh) आज एक बार फिर से पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Former Union Minister RCP Singh) पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि मैंने कितना सम्मान दिया, सब जानते हैं. आरसीपी सिंह का नाम लिए बिना कहा कि उसको कहां से कहां ले गए और क्या क्या आज बोल रहा है. मेरे बारे में ही कहता है कि बुद्धि खत्म हो गयी है.
बोले सीएम नीतीश- 'RCP सिंह को हमने दिया था सम्मान': आरसीपी सिंह ने भूंजा पार्टी को लेकर बयान दिया था. इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि मेरे सामने पार्टी के लोग बैठते हैं और इस तरह का बयान. हमारे दल से जुड़े हुए लोगों को इस बयान से कितनी तकलीफ हुई है कितना दुख हुआ है, इस तरह की कोई बात बोलता है. हम कहां से लाकर कहां पहुंचा दिए.'हमें ही कहते हैं बुद्धि खत्म हो गई': आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्रिमंडल शामिल होने को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि 2019 में जब आप लोगों ने एयरपोर्ट पर ही पूछा था तो हमने साफ कह दिया था कि हम लोग शामिल नहीं होंगे. बीजेपी के 17 विधायक थे और हमारे 16 विधायक थे लेकिन बीजेपी से कई मंत्री बनाए गए. हम लोगों ने भी कहा कि चार मंत्री पद मिलना चाहिए. जब तैयार नहीं हुए तो हमने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने का फैसला लिया. जब आरसीपी सिंह मंत्री बन गए तो हमने कहा राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ दो और फिर ललन सिंह को अध्यक्ष बना दिया."जब मंत्री बन गया और दूसरे राज्यों में जाता था तो पार्टी के लोगों से मिलता था क्या? कितनी शिकायतें हमको मिलती थी. अब कितनी बात बताएं. जब राज्यसभा का सदस्य बना दिए थे तो पटना में रहने के लिए संजय गांधी का घर दिलवा दिए थे. आज कह रहा है कि घर ले लिए. घर एमएलए एमएलसी और मंत्री को मिलता है, एमपी को मिलता है क्या? कौन सा सम्मान नहीं दिए थे और हमें ही कहता है कि बुद्धि खत्म हो गई है."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहारसुशील मोदी के आरोपों पर सीएम नीतीश का करारा जवाब: सीएम नीतीश ने कहा कि विधानसभा चुनाव पूरी तरह से आरसीपी सिंह पर छोड़ दिए थे, जो देखना है देखें. जब हम प्रदेश में घूमे तब ही पता चल गया था हमको. कैसे कैसे अनाप शनाप बातें कर रहे हैं. तेजस्वी यादव को जेड श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने पर सुशील मोदी ने कहा था कि 12 साल तक उपमुख्यमंत्री रहे लेकिन मुझे कभी जेड श्रेणी की सुरक्षा नहीं मिली थी. इसपर भी नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुशील मोदी जो चाहे वही मिला उनको. इस बार भी जब सरकार बनी तब मंत्री नहीं बने तो मुझे बड़ा खराब लगा. सोचे कि दिल्ली ले गए हैं तो दिल्ली में कुछ बनाएंगे लेकिन वहां भी कुछ नहीं बनाया गया. ठीक है कुछ बोले इससे पार्टी वाला उनको इज्जत दे दे तो अच्छी बात है.