बिहार

कैमूर में कर्मनाशा नदी की धारा में फंसे सैकड़ों लोग, रेस्क्यू टीम ने ऐसे बचाई जान

Rani Sahu
11 July 2022 1:27 PM GMT
कैमूर में कर्मनाशा नदी की धारा में फंसे सैकड़ों लोग, रेस्क्यू टीम ने ऐसे बचाई जान
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कैमूर में कर्मनाशा नदी की धारा में फंसे सैकड़ों लोग

कैमूर(भभुआ): बिहार के कैमूर की पहाड़ियां (Kaimur Hills) अपने आप में बहुत खूबसूरत है. यहां देखने और घूमने के लिए बहुत कुछ है. वहीं, इन दिनों प्रदेश में बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात पैदा हो चुके हैं, वहीं, कई उत्तर बिहार की कई नदियां इन दिनों उफान पर हैं. रविवार की शाम कैमूर में कर्मनाशा नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया (Rise In Water Level of Karmanasha River). जिसके चलते सैकड़ों लोग नदी में फंस गये. सभी करकटगढ़ जलप्रपात में पिकनिक मनाने के लिए नदी के दूसरी तरफ गए थे.

कर्मनाशा नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि: कर्मनाशा नदी के जलस्तर में अचानक हुई वृद्धि के कारण वहां पर चीख-पुकार मच गई. आनन-फानन में प्रशासन और पुलिस को इसकी सूचना दी गई. जिसके बाद बचाव दल मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर नदी के एक छोर से दूसरी छोर तक रस्सी बांधा और वहां फसें सभी लोगों को एक-एक करके सभी को रस्सी के सहारे बाहर निकाला गया. जिसके रेस्क्यू का वीडियो सामने आया है.

यूपी–बिहार के हिस्से में पड़ता है जलप्रपात: जलप्रपात का कुछ हिस्सा बिहार के कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड की रामगढ़ पंचायत में पड़ता है. वहीं, कुछ हिस्सा यूपी में पड़ता है. हालांकि, वहां पूरे हफ्ते काफी भीड़ रहती है. लेकिन रविवार को छुट्टी होने के कारण वहां यूपी और बिहार के कई जिलों से काफी संख्या में लोग पिकनिक मनाने पहुंचते है और नदी पार कर दूसरी तरफ जाकर वहां पिकनिक मनाते हैं.

नदी के पार फंसे सैकड़ों लोग: रविवार को नदी में आने वाले खतरे से वहां मौजूद लोग अंजाम थे. सभी लोग पिकनिक मना रहे थे. इसी समय यूपी के ओरवां टाड़ डैम से अचानक पानी छोड़े जाने से कर्मनाशा नदी का जलस्तर बढ़ गया. जैसे ही जलस्तर बढ़ा वैसे ही वहां चीख-पुकार मच गई. सैकड़ों लोग नदी के दूसरी तरफ फंस गए. जिसके बाद तत्काल फंसे हुए लोगों को ग्रामीणों के द्वारा रस्सी के सहारे निकला गया.

प्रशासन ने किया रेस्क्यू: आसपास के लोगों ने पुलिस और प्रशासन को फोन पर सूचना दी. सूचना मिलने के बाद चैनपुर थाना और प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे. वहीं, एक सिपाही को डैम पर भेजा गया, ताकि पानी बंद किया जा सके. जिसके बाद रस्सी को नदी के दोनों छोरों से बांधा गया और फिर एक एक कर सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया.

Rani Sahu

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