बिहार

श्रावणी मेले को लेकर शिव भक्तों में भारी उत्साह, नहीं बजेगा बाबा गरीबनाथ मंदिर के समीप डीजे

Renuka Sahu
8 July 2022 5:11 AM GMT
Huge enthusiasm among Shiva devotees regarding Shravani fair, DJ will not play near Baba Garibnath temple
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फाइल फोटो 

कोरोना काल के दो साल बाद आयोजित हो रहे श्रावणी मेले की तैयारी जोरों पर है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दो साल बाद आयोजित हो रहे श्रावणी मेले की तैयारी जोरों पर है। भक्तों के साथ साथ मंदिर के पुजारी, पंडित और कारोबारियों में भी गजब का उत्साह हगै। श्रावण मास में बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बाबा गरीबनाथ मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु जल चढ़ाते हैं। कोरोना काल के दो साल में यहां शिवभक्त श्रद्धालुओं को जल अर्पित करने की अनुमति नहीं थी। हर साल सावन के महीने में करीब 13 से 14 लाख श्रद्धालु राज्य के विभन्नि जिलों से आकर बाबा गरीबनाथ को जलार्पण करते थे। इस साल

शिवभक्तों की संख्या में भारी वृद्धि का अनुमान लगाया जा रहा है। यही कारण है कि दो साल बाद इस बार फिर से श्रावणी मेले की तैयारी में काफी सतर्कता बरती जा रही है। भारी भीड़ के अमुमान के मद्दनेजर गाडलाईन भी ठोस बनाए जा रहे हैं। भक्तों के ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देने की तैयारी की जा रही है।
सहयोग देने वाले कई संगठन भी तैयारी में जुटे
दो साल बाद आयोजित हो रहे श्रावणी मेले को लेकर शिवभक्तों में तो उत्साह है ही, सेवादार के रूप में अपना सहयोग देने वाले कई संगठन भी तैयारी में जुटे हैं। गुरुवार को इसको लेकर एसडीओ पूर्वी ज्ञानप्रकाश ने विभन्नि सेवा संगठनों के साथ बैठक की। साथ ही कई तरह के गाइडलाइन भी जारी किए। इसके तहत मंदिर परिसर के 500 मीटर की दूरी में कोई भी संगठन डीजे या अन्य साउंड सिस्टम का उपयोग नहीं कर पाएंगे। 500 मीटर की दूरी में केवल जिला प्रशासन के नियंत्रण कक्ष द्वारा सूचनाओें की उद्घोषणा के लिए ही माइक का उपयोग होगा। इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से बनाए गए रूट से ही आकर जल चढ़ाने की व्यवस्था होगी। सेवा संस्था के लोग या परिचितों को भी वही रूट फॉलो करना होगा। वहीं, सेवा दल के सदस्यों की ओर से पर्याप्त संख्या में शौचालय और पानी के टैंकरों की व्यवस्था कराने की अपील की गई।
एसडीओ ने बताया कि जिला स्कूल व आरडीएस कॉलेज में 50 अस्थाई शौचालय बनाए जा रहे हैं। आमगोला पुल के पास 10 शौचालय की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही आमगोला क्षेत्र के करीब 17-18 विवाह भवनों व गेस्ट हाउस में करीब 20 हजार श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की जा रही है। आरडीएस कॉलेज टेंट सिटी के तहत करीब 15000 कांवरियों के रहने की व्यवस्था की जा रही है।
अफसरों की टीम ने किया स्थलों का निरीक्षण
श्रावणी मेला को लेकर गुरुवार को जिला प्रशासन और निगम के अफसरों की टीम ने स्थल निरीक्षण किया। जिला स्कूल, आरडीएस कॉलेज व अन्य चिह्नित जगहों से लेकर कांवरिया पथ तक तैयारियों को देखा। इस दौरान डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, एसडीओ (पूर्वी) ज्ञान प्रकाश आदि मौजूद रहे।
कांवरियों को ठहराने के लिए स्कूल-कॉलेजों की सफाई शुरू
स्कूल-कॉलेजों में कांवरियों को ठहराने के लिए वहां तैयारी शुरू हो गई है। इनकी साफ-सफाई के लिए गुरुवार को नगर निगम की ओर से मजदूरों को काम पर लगा दिया गया। इसके साथ ही डीएन हाईस्कूल, आरडीएस कॉलेज, आरबीटीएस कॉलेज व अन्य जगहों पर सफाई का काम शुरू हो गया है।
नियंत्रण कक्ष के पास मौजूद रहेगी एंबुलेंस की सेवा
मेले में कांवरियों को कठिनाई न हो और विकट परिस्थिति में मेडिकल और सुरक्षा के इंतजाम को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। इसके तहत बताया गया कि सभी प्रमुख कैंप जहां नियंत्रण कक्ष बनाए जाएंगे, वहां एंबुलेंस की सुविधा मौजूद होगी। साथ ही श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच के लिए जूनियर और इंटर्न डॉक्टरों को भी ड्यूटी लगाई जाएगी। इनके साथ मेडिकल किट और सपोर्टिंग नर्सिंग स्टाफ की भी ड्यूटी लगेगी।
बैठक में ये लोग हुए शामिल
गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक, सोनू यादव, जयश्री महाकाल सेवा दल, प्रकाश कुमार व आकाश चौधरी, महाकाल सेवा दल, योगेश कुमार टिंकू, अध्यक्ष जयश्री महाकाल सेवा दल, पंकज कुमार, नव संचेतन सेवा दल, महेश सर्राफ, सत्य शिव मौजूद थे।
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