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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों दिल्ली में विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। राहुल गांधी, केजरीवाल, मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव समेत कई शीर्ष नेताओं से मुलाकत की। बुधवार को दिल्ली में नीतीश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस की। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने अपने पुराने राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर पर निशाना साधा। नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के बीत दिनों के बयानों को लेकर कहा कि हो सकता है उनका मन भाजपा में जाने का हो, इसलिए वो ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर की भाजपा की मदद करने की मंशा की संभावना भी जताई।
प्रशांत किशोर को नहीं पता है बिहार का एबीसी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश लगातार राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर लगातार निशाना साधते रहे। नीतीश ने कहा कि अलग अलग पार्टियों के साथ करना प्रशांत किशोर का बिजनेस है। हमें इससे कोई मतलब नहीं है कि वह किसके लिए काम कर रहे हैं। बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर के अस्तित्व को लेकर नीतीश ने कहा कि प्रशांत किशोर को बिहार का एबीसी भी नहीं पता है। साल 2005 के बाद से क्या क्या हुआ है इसका उन्हें अंदाजा भी नहीं है। प्रशांत किशोर के बीते दिनों के बयानों पर सवालिया निशान उठाते हुए नीतीश कुमार ने तंज कसा कि उनका मन भाजपा में जाने का हो सकता है इसलिए बीते दिनों से ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। साल 2020 में प्रशांत किशोर को जदयू से बर्खास्त कर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने घोषणा की थी कि उनका फोकस बिहार पर रहेगा। नीतीश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं से कहा कि विपक्षी दल आपस में मिलकर तीसरा मोर्चा नहीं, मुख्य मोर्चा बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगे। सोनिया चिकित्सा जांच के लिए विदेश गई हुई हैं।
बयानबाजी नहीं काम कर रहे हैं हम
नीतीश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि 2005 के बाद से उनकी पार्टी और बिहार में उनकी सरकार लगातार काम कर रही है। कई लोग केवल बयानबाजी करने का काम करते हैं। नीतीश ने कहा कि उनकी सरकार में बिहार में परिवर्तन आया है, लेकिन कुछ पार्टियों और लोगों का केवल एक ही काम है कि सरकार पर आरोप लगते रहें। बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बनने के बाद से पहली बार नीतीश कुमार दिल्ली गए हुए हैं।
Admin4
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