गोपालगंज न्यूज़: जिले में विगत 12 जुलाई से चल रही आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं. 15 वें दिन भी सदर पीएचसी से लेकर प्रखंडो में भी स्वास्थ्य सेवाएं बाधित रहीं. हड़ताल से गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच,नियमित टीकाकरण, नसबंदी,प्रसव कार्य, कालाजार,टीबी उन्मूलन सहित कई जगहों पर ओपीडी प्रभावित है. भी आशा कार्यकर्ताओं जिले के 14 पीएचसी व सीएचसी व 3 रेफरल अस्पतालों पर धरना व प्रदर्शन किया.
फुलवरिया, भोरे, कटेया रेफरल में भी काम काज प्रभावित रहा. भोरे रेफरल में इलाज कराने आई सिसई गांव कुसमावती देवी ने बताया कि दो दिन से फीवर की शिकायत पर ओपीडी में दिखाने गई थी. लेकिन आशा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के अंदर भी प्रवेश नहीं करने दिया. कुचायकोट, मांझा, थावे, उचकागांव व बरौली में भी स्वस्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि वैकल्पिक व्यवस्था कर स्वास्थ्य सेवाएं संचालित की जा रही हैं. ज्ञात हो कि कि जिले में आशा कार्यकर्ताओं की कुल संख्या 1982 है.
ओपीडी सेवा बाधित रहने से मरीजों को हो रही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, बैकुंठपुर में आशा कार्यकर्ताओं की 12 जुलाई से चल रही अनिश्चित कालीन हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह चरमरा गई है. विरोध प्रदर्शन पर उतारू आशा कार्यकर्ता अस्पताल में ओपीडी सेवा नहीं चलने दे रही हैं. इसका खामियाजा विभिन्न क्षेत्रों से आए मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. ओपीडी बंद रहने से सामान्य मरीजों का समुचित इलाज नहीं मिल रहा है. सर्पदंश, सड़क दुर्घटना, मारपीट, प्रसव, ऑपरेशन सहित अन्य मरीजों का इलाज हो रहा है. स्वास्थ्य कर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं के बीच आपातकालीन मरीजों के इलाज को लेकर बकझक की स्थिति हो रही है.
अस्पताल में सड़क दुघर्टना में गंभीर रूप से घायल मोहम्मदपुर की रुपझरी देवी को परिजन दोनों तरफ से सहारा देकर एक्सरे कराने ले जा रहे थे. लेकिन इमरजेंसी वार्ड में इलाज की व्यवस्था नहीं होने पर मरीज व परिजन भटकते रहे. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह की पहल पर उक्त महिला का इलाज इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया. विभिन्न क्षेत्रों से इलाज के लिए आए मरीजों को आशा कार्यकर्ता अंदर जाने से रोक देती हैं.
वैक्सीन कक्ष में ताला जड़ने से नहीं हुआ टीकाकरण स्थानीय सीएचसी में वैक्सीन कक्ष में हड़ताल कर रहीं आशा कार्यकर्ताओं ने ताला जड़ दिया. जिससे टीकाकरण कार्यक्रम प्रभावित रहा. सीएचसी से वैक्सीन की निकासी नही हो सकी.
वैक्सीन की निकासी नहीं होने से कुरियर कर्मी वापस लौट गए. केन्द्रों पर वैक्सीन नही पहुंचने से नियमित लगने वाले टीकाकरण का कार्य नहीं हो सका. ज्ञात हो किसीएचसी के अन्तर्गत 3 सौ 55 आशा कार्यकर्ता कार्यरत हैं.
आशा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
स्थानीय प्रखंड मुख्यालय के गेट पर अपने नौ सूत्री मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओ एवम फैसिलिलेटर्स ने धरना- प्रदर्शन किया. धरना प्रखंड कार्यालय जांच करने पहुंचे डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी के समक्ष आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगें रखीं.
डीएम ने उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. धरना में राजकुमारी देवी रेणु देवी,लीलावती देवी,रीता देवी,देवान्ति देवी,मंजू देवी,अनिता देवी व सुनीता देवी आदि आशा कार्यकर्ता शामिल थीं.