अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग की 'तिरछी नजर', जल्द हो सकती है ये बड़ी कार्रवाई
पटना न्यूज: बिहार के कई जिलों में सेक्स रेशियो के बढ़ते अंतर को देखते हुए राज्य में नियमों का पालन नहीं करने वाले अल्ट्रा साउंड केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग की तिरछी नजर है। एक अधिकारी ने बताया कि बिहार में सेक्स रेशियो में सुधार नहीं हो रहा है बल्कि यह गिरता जा रहा है। लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या कम होती जा रही है। सूचना मिली कि गर्भ में पल रही कन्या को भ्रूण की अवस्था में मार दिया जाता है। ऐसे में सरकार चिंतित है और सेक्स रेशियो में सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन को अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों पर नजर रखने को कहा गया है। बताया जाता है कि राज्य के 19 जिलो पर विभाग की पैनी निगाह है। स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के 119 अल्ट्रा साउंड केंद्र को मंगलवार को सील कर दिया। इन अल्ट्रा साउंड केंद्रों पर आरोप है कि गभार्धान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) अधिनियम, 1994 का उल्लंघन कर और सरकार के आदेश की अनदेखी कर ये भ्रूण लिंग परीक्षण कर रहे थे।
आंकड़ों पर गौर करें तो पटना प्रमंडल में 1170 वैध अल्ट्रा साउंड केंद्र हैं। इधर, सूत्र बताते हैं कि इसके अलावा कई अल्ट्रा साउंड केंद्र अवैध रूप से चल रहे हैं। एक अधिकारी की माने तो नियम विरुद्ध चलने वाले सभी अल्ट्रा साउंड केंद्रों को सील करने का निर्देश दिया गया है और एक पखवारे के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी।