नालंदा न्यूज़: बढ़ती गर्मी के साथ जिले में पानी तेजी से पाताल की ओर जा रहा है. एक माह में औसतन जिले के जलस्तर में करीब ढाई फीट की गिरावट हुई है. इस्लामपुर की सकरी पंचायत का हरसेनी गांव डेंजर जोन में चला गया है.
यहां 50 फीट से भी नीचे पानी चला गया है. चिंता यह भी कि चार प्रखंडों के आठ गांव डेंजर जोन के करीब आ गया है. जलस्तर 48 फीट के नीचे है. गिरते जलस्तर के साथ बोरिंग और हैंडपम्प दम तोड़ने लगे हैं.
पेयजल की समस्या गंभीर होने लगी है. हद तो यह कि ग्रामीण क्षेत्र की अपेक्षा शहरी इलाकों की बोरिंग अधिक फेल हो रही हैं. पीएचईडी के आंकड़ों के अनुसार सकरी पंचायत के लालदास यादव के घर के पास 50 फीट एक ईंच जलस्तर है. ग्रामीणों का कहना है कि जलस्तर पाताल की ओर जाने से कई हैंडपम्प बेकार पड़े हैं. इधर, बिहारशरीफ प्रखंड के पलटपुरा में 48 फीट 04 ईंच, पचौड़ी में 48 फीट दो ईंच तो हरगांवा के डम्बर बिगहा में 48 फीट 11 ईंच नीचे पानी चला गया है. इन दोनों गांवों में भी हैंडपम्पों के खराब की शिकायतें बढ़ गयी हैं.
इस्लामपुर की बेले पंचायत के महादेव स्थान के पास 48 फीट 10 ईंच, आत्मा के देवी स्थान के पास 48 फीट 11 ईंच, बेन के अरावां मिडिल स्कूल के पास 48 फीट दो ईंच, नूरसराय के अजयपुर में 48 फीट तो नफलीचक में 48 फीट दो ईंच नीचे पानी चला गया है.
नूरसराय में सबसे नीचे है पानी जलस्तर के मामले में नूरसराय प्रखंड की स्थिति अच्छी नहीं है. अन्य प्रखंड की अपेक्षा यहां सबसे नीचे पानी है. वाटर लेबर 46 फीट सात ईंच है. जबकि, औसत जलस्तर 45 फीट 11 ईंच के साथ बेन दूसरे स्थान पर है. इस्लामपुर और परबलपुर का जलस्तर 42 फीट के नीचे चला गया है. वहीं बिहारशरीफ और एकंगरसराय प्रखंड का औसत जलस्तर 42 फीट के पार हो गया है.