वीकेएसयू में शोध की व्यवस्था हो हरिवंश, पूर्ववर्ती छात्र संघ के लिए जमीन की मांग
बक्सर न्यूज़: 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में बाबू वीर कुंवर सिंह का योगदान अतुलनीय एवं अनुकरणीय रहा है. बाबू कुंवर सिंह ने जिन विपरीत परिस्थितियों में अंग्रेजों को 16 से अधिक लड़ाइयों में पराजित किया, वह अपने आप में उनकी वीर गाथा को उल्लेखित करता है. ये बातें राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने आरा में एचडी जैन कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहीं.
सम्मेलन में परिचर्चा के विषय प्रथम स्वतंत्रता संग्राम (1857) और वीर कुंवर सिंह पर विस्तार से अपनी बातों को रखते हुए हरिवंश ने कहा कि वीर कुंवर सिंह ऐसे महान योद्धा थे, जिनके साथ लड़ते हुए कई अंग्रेज अधिकारी एवं जनरल वीर गति को प्राप्त हुए. ऐसे महान योद्धा पर विश्वविद्यालय में शोध कार्य के लिए विशेष व्यवस्था किये जाने की जरूरत है. उन्होंने सम्मेलन में मौजूद वीसी प्रो शैलेंद्र कुमार कुमार चतुर्वेदी से कहा कि वीकेएसयू के अंतर्गत वीर कुंवर सिंह पर शोध कार्य करने के लिए व्यवस्था की जाये. इस कार्य में उनका पूरा योगदान एवं सहयोग रहेगा. कहा कि मुझे ज्ञात हुआ है कि वीर कुंवर सिंह विवि के लिए केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने दो करोड़ रुपये शोध संस्थान (चेयर) के लिए आवंटित भी किया है. इसके पहले पूर्ववर्ती छात्र संघ के 23वें सम्मेलन का उद्घाटन अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया. अध्यक्षता करते हुए वीकेएसयू के कुलपति ने कहा कि यूजीसी ने महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में पूर्ववर्ती छात्र संघ की अनिवार्यता आवश्यक कर दी है. वीसी ने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि बाबू कुंवर सिंह के नाम पर शोध संस्थान स्थापित हो. इसके लिए जल्द ही पहल की जायेगी. वीसी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि विवि और कॉलेजों का शैक्षणिक माहौल बेहतर हो, इसके लिए लगातार कार्य किया जा रहा है.
पूर्ववर्ती छात्र संघ के लिए जमीन की मांग अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार ने कहा कि जैन कॉलेज स्थापना के 81 साल पूरा कर चुका है. इन वर्षों में कॉलेज ने लंबी यात्रा तय की है. महाराजा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ गांधीजी राय ने बाबू कुंवर सिंह की शौर्यगाथा का बखान किया. साथ ही शैक्षणिक माहौल कैसे बेहतर बने, इस पर भी चर्चा की. संचालन पूर्ववर्ती छात्रसंघ के महासचिव डॉ शशि कुमार सिंह ने किया. कुलपति व प्राचार्य से पूर्ववर्ती छात्र संघ भवन के लिए जमीन की मांग की. कहा कि इस पर पूर्ववर्ती छात्र संघ एक भवन का निर्माण करेगा. मुख्य अतिथि के रूप में केरल एवं नगालैण्ड के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार शामिल हुए. अति विशिष्ट अतिथि के रूप में विधान पार्षद एवं बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण शामिल हुए. मौके पर प्रधान डाकपाल ने उप सभापति हरिवंश और वीसी प्रो शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी के सम्मान में उनका फोटोयुक्त डाक टिकट जारी किया गया तथा उन्हें सम्मान स्वरूप भेंट किया. प्राचार्या डॉ आभा सिंह ने भी संबोधित किया.
कई लोगों को किया गया सम्मानित
मौके पर कई लोगों को शिक्षा सम्मान से नवाजा गया. इनमें प्राचार्या डॉ आभा सिंह, डॉ जय शंकर सिंह, वरीय अधिवक्ता राम सुरेश सिंह, सुदामा राय, भीम सिंह भवेश, पूजा दूबे, सुधीर सहाय, श्याम कुमार उ़र्फ राजन जी, सत्यप्रकाश राय, जितेन्द्र शर्मा, संजय कुमार सिंह, डॉ अल्ताफ मल्लिक, डॉ तब्बसुम बानो, डॉ प्रीति रंजन थी.