बक्सर: शहर के बंगाली टोला स्थित बीबी हाईस्कूल के आधा दर्जन वर्ग कक्ष पूरी तरह जर्जर हो गए हैं. लेकिन, इसके जीर्णोद्धार को लेकर शिक्षा विभाग से लेकर जनप्रतिनिधि तक उदासीन बने हुए हैं. हालत यह है कि पिछले कई माह से इन कमरों का उपयोग बंद है. इन सभी कमरों की छत्तें भरभरा कर गिर रही है.
इन कमरों और बालकनी के पिलरों में जगह-जगह दरारें पड़ चुकी हैं. आलम यह है इनके नीचे ग्राउंड फ्लोर के कमरों में चलने वाली कक्षा में पठन-पाठन के दौरान शिक्षक व बच्चों में अनहोनी का भय बना रहता है.
विद्यालय परिसर के पुराने भवन पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं. विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बारी-बारी से क्षतिग्रस्त कमरों को दिखाया. साथ ही, इससे पठन-पाठन के दौरान आ रही समस्याओं से भी अवगत कराया.
जब ‘हिन्दुस्तान’ ने इसकी पड़ताल की तो विद्यालय में प्रवेश गेट के अंदर दोनों तरफ पहली मंजिल के कुल छह कमरें पूरी तरह ध्वस्त मिले. इन कमरों के छतों की ढलाई टूटकर गिर रही है. वहीं, लोहे के छड़ छत से लटककर कमरे के अंदर फैले हुए है. प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में कुल 18 कमरे हैं. वर्तमान में 12 कमरों में कक्षा 9 से लेकर 12 वीं तक की पढ़ाई होती है. इसके अलावा वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई भी शुरू की गई है. विद्यालय में कुल 1500 बच्चों का नामांकन है. इनमें से इंटर की कक्षा में केवल छात्राएं पढ़ती हैं.
सारे बच्चों को एक साथ पढ़ाना मुमकिन नहीं हो पाता है.
स्कूल के हालात से अवगत है शिक्षा विभाग प्रभारी प्राचार्य परमात्मानंद यादव ने कहा कि क्षेत्रीय विद्यालय के अध्यक्ष वहां के विधायक होते है. विद्यालय के क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत और नवनिर्माण के लिए पिछले साल 05 जुलाई को सदर विधायक प्रतिनिधि की मौजूदगी में बैठक के दौरान निर्णय के बाद निवर्तमान प्राचार्य वीरेन कुमार तिवारी ने भवन निर्माण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को पत्र के माध्यम से प्राक्कलन उपलब्ध कराने को कहा था.
हालांकि, सर्व शिक्षा अभियान के असिस्टेंट इंजीनियर अनिल कुमार ने जनवरी माह में टीम के साथ विद्यालय का निरीक्षण किया था.
जिसकी रिपोर्ट विभाग को भेज दिया गया है. इसका निर्माण बिहार राज्य आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड पटना की ओर से कराया जाएगा.