रोहतास न्यूज़: बिहार के पहले ग्रीनफील्ड छह लेन हाइवे निर्माण की प्रक्रिया में तेजी आई है. एजेंसी चयन शुरू हो रहा है. बनारस से शुरू हो रहे इस ग्रीनफील्ड छह लेन हाइवे में 22 किलोमीटर उत्तर प्रदेश से गुजरने के बाद बिहार में 163 किलोमीटर हाइवे कुल सात पैकेज में बन रही है. इसमें सोन नद पर पुल और कैमूर वन्य प्राणी अभयारण्य में टनल छोड़ बिहार में ग्रीनफील्ड छह लेन हाइवे के बाकी हिस्से का टेंडर हो गया है. एजेंसी चयन की प्रक्रिया चल रही है. जमीन मिलने में ज्यादा बाधा नहीं आई तो दो महीने में जमीन पर निर्माण शुरू हो जाएगा.
बिहार होकर बनारस से कोलकाता जाने वाले इस महत्वपूर्ण इकोनॉमिक कॉरिडोर का उद्देश्य देश के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्र में तेज गति वाली कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है. इससे राज्य के चार जिलों कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और गया के पिछड़े इलाकों में आर्थिक प्रगति का रास्ता साफ होगा. यूपी के चंदौली के साथ बिहार के महत्वपूर्ण शहरों भभुआ, सासाराम, औरंगाबाद के साथ ही झारखंड के हजारीबाग, बोकारो, रांची और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया, खड़गपुर को तेज कनेक्टिविटी मिलेगी.
बिहार की चार जिलों समेत चार राज्यों के 15 जिलों से गुजरेगी हाइवे बिहार की चार जिलों समेत चार राज्यों की 15 जिलों से ग्रीनफील्ड छह लेन हाइवे गुजरेगी. बिहार के चार जिले कैमूर,
रोहतास, औरंगाबाद और गया के साथ ही उत्तर प्रदेश के दो जिले बनारस और चंदौली, झारखंड के चार जिले चतरा, हजारीबाग, रामगढ़ और बोकारो तथा पश्चिम बंगाल के पांच जिले पुरुलिया, बांकुरा, पश्चिम मेदनीपुर, हुगली और हावड़ा जिले में यह ग्रीनफील्ड छह लेन हाइवे बनेगा. इस ग्रीनफील्ड छह लेन हाइवे में 27 बड़े पुल और आठ रेलवे ओवरब्रिज बनने हैं.