बिहार

पोती को करंट से बचाने में दादी तो भाई को बचाने में युवक की भी मौत

Admin4
24 Aug 2023 7:25 AM GMT
पोती को करंट से बचाने में दादी तो भाई को बचाने में युवक की भी मौत
x
बिहार। बिहार में इन दिनों करंट लगने की घटनाएं बढ़ी हैं. मोतिहारी के मधुबन थाना क्षेत्र के खैरवा गांव में छह वर्षीय बच्ची को करेंट से बचाने गयी दादी भी करेंट की चपेट में आ गयी, जिससे दादी व पोती दोनों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. जानकारी के अनुसार खेरवा वार्ड नम्बर 01 में अखिलेश राम की 6 वर्षीय बेटी महिमा कुमारी करेंट की चपेट में आ गयी.बच्ची को करेंट में छटपटाते देख बच्ची की चचेरी दादी स्व.रामसूरत राम की पत्नी लक्ष्मी देवी बचाने गयी.वह भी करेंट की चपेट में आ गयी.जिसके बाद महिमा की मां भी दोनों को बचाने पहुंची.जिसे करंट लगने के बाद वह भी बेहोश हो गयी. महिमा व 60 वर्षीय लक्ष्मी देवी की मौत हो गयी.जबकि जख्मी महिमा की मां को अस्पताल में भर्ती करवाया गया.इधर सूचना पर मधुबन पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल मोतिहारी भेज दिया है.पोस्टमार्टम के बाद पुलिस दोनों शव को परिजनों के हवाले कर दिया.
घटना के बाद एक ही चिता सजाकर दादी व पोती का अंतिम संस्कार परिजनों ने किया.घटना काफी मार्मिक व कारूण दृश्य था. एक साथ दो शव गांव से निकलने पर गांव में मातमी सन्नाटा पसरा दिखा. घटना के बाद गांव में एक भी चूल्हा नहीं जला. पूरे गांव में शोक की लहर व्याप्त है. बताया जाता है.महिमा दो भाई व अकेली बहन थी, जिसे घर में काफी प्यार दुलार से घर वाले पाल रहे थे.
बांका के बौंसी थाना क्षेत्र के सुजानीटीकर गांव में बुधवार को खेत में कम कर रहे दो चचेरे भाई करेंट की चपेट में आकर असमय मौत के शिकार हो गये. जानकारी के अनुसार, सुजानीटीकर निवासी अरविंद यादव का 33 वर्षीय पुत्र चुन्नीलाल यादव अपने खेत जा रहे थे. बताया जाता है कि गांव के ही एक व्यक्ति के द्वारा डकाई नदी से मोटर के जरिये खेत में पानी लिया जा रहा था. तार नंगा रहने की वजह से खेत में फैले पानी में करंट दौड़ रहा था. जिसकी जानकारी युवक को नहीं थी. जैसे ही मृतक का पैर पानी में पड़ा, उसे बिजली का तेज झटका लगा. उसे बचाने के लिए चचेरा भाई महरसोक यादव का 33 वर्षीय पुत्र रघुनाथ यादव भी दौड़ पड़ा. बताया जाता है कि भाई के द्वारा सूखे गमछी से पकड़कर युवक को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन खाली पांव रहने और जमीन गीली रहने की वजह से वह भी उसकी चपेट में आ गया. जब तक आसपास के लोग समझ पाते दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. आनन-फानन में परिजनों के द्वारा दोनों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया गया. जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के द्वारा दोनों को मृत घोषित कर दिया गया. जिसके बाद परिजन शव को घर लेकर चले गये. इस मामले में विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर राहुल कुमार ने बताया कि परिजन पोस्टमार्टम कराने के बाद आधार कार्ड, फोटो, पोस्टमार्टम की कॉपी और खाता संख्या देंगे तो उन्हें विभाग से मुआवजा मिल सकता है.
Next Story