बिहार

कृषि, पशुपालन में किसानों को सशक्त बना रहा ‘ग्राम श्री किसान’

Admin Delhi 1
25 Aug 2023 5:46 AM GMT
कृषि, पशुपालन में किसानों को सशक्त बना रहा ‘ग्राम श्री किसान’
x
प्रशिक्षण लेने के बाद कर रहे दस गुना कमाई

पटना: किसानों को उद्यमी बनाने के लिए राज्य का स्टार्टअप ‘ग्राम श्री एग्री सर्विसेस प्रा.लि.’ जिसका ब्रांड नाम ग्राम श्री किसान है जी तोड़ मेहनत कर रहा है. 2021 में स्थापित इस स्टार्टअप से 26 हजार किसान जुड़ चुके हैं. स्टार्टअप किसानों को मछली पालन, गाय पालन, मुर्गी पालन और बकरी पालन की बारीकियां सीखा रहा है. इसमें पशुपालन के लिए प्रशिक्षण, उपकरण, दाना-पानी, कन्सलटेंसी, डॉक्टर की सलाह, बाजार से लिंकेज, जरूरी तकनीक, तकनीक के अपडेशन आदि में मदद कर रहा है. स्टार्टअप से प्रशिक्षण लेने के लिए बिहार के अलावा असम, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा से युवा, किसान पहुंच रहे हैं. बिहटा सरमेरा रोड स्थित बेलदारी चक में तीन एकड़ जमीन पर प्रशिक्षण के लिए ‘एग्रीकल्चर बिजनेस सेंटर’ बनाया गया है. स्टार्टअप संस्थापक आस्था सिंह बताती हैं कि उनके स्टार्टअप से अब तक डेढ़ सौ लोगों को सीधा, जबकि डेढ़ हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है.

बैंकों से नहीं मिली सहायता स्टार्टअप संस्थापक आस्था बताती हैं कि उन्हें शुरुआत में बैंकों से कोई सहायता नहीं मिली. शुरुआत में 27 लाख की पूंजी संस्थापकों द्वारा लगायी गयी. इसके बाद 2022-23 में बिहार स्टार्टअप फंड से 10 लाख रुपये मिले. जब स्टार्टअप का प्रदर्शन बेहतर होने लगा तब बैंक से कारोबार बढ़ोतरी के लिए 30 लाख रुपये का कर्ज प्राप्त हुआ. इसके अलावा दिल्ली पूसा से भी 24 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं. अभी सबसे बड़ी चुनौती पूंजी का अभाव है. स्टार्टअप के सभी विंग के विकास के लिए एक करोड़ रुपये की वर्किंग कैपिटल की आवश्यकता है. इसके लिए अलग-अलग मंचों और व्यवसायिक संगठनों से फंड प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है.

प्रशिक्षण लेने के बाद कर रहे दस गुना कमाई

बेलदारी चक स्थित स्टार्टअप के प्रशिक्षण केंद्र में छह सौ वर्गफीट से लेकर ढाई हजार वर्गफीट के तीन तालाब और बायो-फ्लोक के आठ यूनिट बनाए गए हैं. जहां तीन सौ लोगों के मछलीपालन प्रशिक्षण का इंतजाम है. आस्था बताती हैं कि प्रशिक्षण प्राप्त युवा-किसान 25 से 27 हजार रुपये खर्च कर 10 गुना कमाई कर रहे हैं. इसी तरह प्रशिक्षण केंद्र में ऑर्नामेंटल फिशरिज, एक हजार मुर्गियों का पॉल्टी फॉर्म, 20 बकरियों का फॉर्म, दस गायों का फॉर्म में किसानों को भौतिक रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है.

इंजीनियरिंग और प्रबंधन की पढ़ाई कर चुकी स्टार्टअप संस्थापक आस्था बताती हैं कि स्टार्टअप बनाने के पहले 2019 से ही उन्होंने इस क्षेत्र में काम शुरू कर दिया था. सबसे पहले यू-ट्यूब चैनल बनाया, जिसमें पशुपालन से संबंधित विभिन्न विषयों पर किसानों को सलाह वाले वीडियो बनाकर अपलोड किया. उनके यू-ट्यूब पर पांच लाख से ज्यादा हिट और 18 हजार सब्सक्राइबर मिले. इसके बाद 2020 में उन्होंने किसानों व उद्यमियों के लिए मोबाइल पर ग्राम श्री एप लांच किया. इसके माध्यम से देश में कहीं से प्रशिक्षण, पशु चिकित्सकों की सलाह प्राप्त की जा सकती थी. इसके अलावा गाय से लेकर बकरी, उपकरण और दवाओं तक की खरीदारी कर सकते हैं. 2021 में स्टार्टअप कंपनी बनायी और बेलदारी चक में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया. आस्था बताती हैं कि उनके कंपनी का टर्नओवर 2019 में 1.80 लाख रुपये था जो 2023 में बढ़कर 2.53 करोड़ रुपये हो गया है. कंपनी के इस विकास में स्टार्टअप के सह संस्थापक पवन कुमार, विपिन कुमार और पुनीत कुमार का भी काफी योगदान रहा.

26 प्रखंड में हो रहा काम, राज्यभर में पहुंचना है लक्ष्य

स्टार्टअप राज्य के सभी प्रखंडों में अगले तीन सालों में पहुंचने का लक्ष्य रखकर काम कर रही है. फिलहाल स्टार्टअप की पहुंच राज्य के 26 प्रखंडों में है. बेलदारी चक स्थित मुख्य केंद्र में पशु कृत्रिम गर्भाधान का भी प्रशिक्षण दिया जाता है.

Next Story