Gopalganj: लगातार बारिश में सपहा पुल का डायवर्सन बना जानलेवा
गोपालगंज: लगातार बारिश में निर्माणधीन सपहा पुल का बना डायवर्सन जानलेवा साबित हो रहा है. लोगों को वाहन से सफर करना तो दूर, पैदल चलने में भी जोखिम उठाना पड़ता है. स्थिति ऐसी बनी हुई कि बारिश होते ही लोगों को उस जानलेवा डायवर्सन से सफर करने में रूह कांपने लगती है.
आलम यह है कि संवेदक के आगे विभाग बौना बना हुआ है. विभाग के वरीय अधिकारी के आदेश के बावजूद इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मालूम हो कि हाटी पिपरा सड़क के कमला जीवछ नदी पर 92 मीटर की उच्च स्तरीय सपहा पुल का निर्माण कार्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड की देखरेख में छह महीने से चल रहा है. निर्माण कार्य से पूर्व संवेदक की ओर से स्क्रू पाईल पुल को तोड़ने के दौरान यातायात सुचारू रखने को लेकर डायवर्सन बनाया गया. नदी में मिट्टी डाल कर तत्काल यातायात चालू किया गया. विगत छह माह से बारिश होने पर कीचड़ तथा धूप होने पर लोगों धूल का सामना करना पड़ रहा है.
इसको लेकर लोगों ने कई बार विभाग से लेकर संवेदक तक के लोगों को प्रावधान के अनुकूल डायवर्सन पर मिट्टी के ऊपर गिट्टी देकर यातायात सुचारू रखने का आग्रह किया, बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई. इस बीच दिन पूर्व को कार्यपालक अभियंता शशि भूषण सिंह सहायक अभियंता के साथ कार्य स्थल पर पहुंचकर पुल की जांच की. इस दौरान संवेदक को हिदायत दी कि 24 घंटे के अंदर डायवर्सन पर गिट्टी डालकर यातायात सुचारू रखने का आदेश दिया. बावजूद दिन बीत जाने के बावजूद डायवर्सन पर गिट्टी नहीं दिया गया. जिस कारण विगत दिनों से हो रही बारिश में लोगों को जिल्लत की जिंदगी झेलनी पड़ रही है, लोग जान पर खेल कर यातायात करने को विवश हैं.
इसकी जानकारी भाजपा के नेता विनय पासवान एवं जदयू नेता जियाउल रहमान तारा को मिली. भाजपा नेता ने विभागीय अधिकारी को स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि पुल की पाया ऊंचाई कम कर दिए हैं. विभाग जानबूझकर सरकार को बदनाम करने पर तुली हुई है. अगर इसमें सुधार नहीं हुआ, तो इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी.
वहीं जदयू नेता जियाउल रहमान तारा ने कहा कि पुल के घटिया निर्माण की जानकारी मुख्यमंत्री को देकर सुधार की मांग की जाएगी. इस संबंध में पूछे जाने पर सहायक अभियंता उपेन्द्र प्रसाद ने कहा कि संवेदक की लचर व्यवस्था के कारण ऐसी स्थिति बन गई है.
कार्यपालक अभियंता के आदेश का भी अनुपालन नहीं किया जा रहा है. इस पर 24 घंटे के अंदर अमल नहीं होने पर वरीय अधिकारी को स्थिति से अवगत कराया जाएगा.