गोपालगंज: पौने तीन लाख की आबादी वाले बैकुंठपुर प्रखंड में महज एक एंबुलेंस के भरोसे मरीजों का इलाज हो रहा है. सीएचसी में कुल चार एंबुलेंस रहने के बावजूद प्रसव पीड़िताओं एवं आपातकालीन मरीजों को एंबुलेंस की सुविधा समय पर नहीं मिल रही है. इनमें तीन एंबुलेंस खराब पड़ी हैं. प्रसव पीड़िताओं को घर वापस भेजने के लिए सुबह से दोपहर बाद तक एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ रहा है. प्रसव पीड़ा होने पर गर्भवती महिलाओं को ऑटो रिक्शा या निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल तक पहुंचने के लिए भी इंतजार करना पड़ रहा है. यहां अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस दो बड़ी एंबुलेंस एवं एक छोटी एंबुलेंस सरकारी स्तर पर उपलब्ध है. जिसमें एक बड़ी एंबुलेंस व एक छोटी एंबुलेंस खराब है. विधायक मद से मिली एंबुलेंस चालक के अभाव में चार वर्षों से बंद पड़ी है. ऐसी स्थिति में एक एंबुलेंस से मरीजों को ढोया जा रहा है. सीएचसी से सदर अस्पताल रेफर होने वाले मरीजों को निजी वाहन का सहारा लेना पड़ रहा है या फिर एंबुलेंस खाली होने का इंतजार करना पड़ रहा है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि एंबुलेंस की खराबी को लेकर संबंधित एजेंसी को लिखा गया है. शीघ्र ही समस्या का समाधान किया जाएगा.
जमीन विवाद में हुई मारपीट,सात जख्मी
श्रीपुर थाना क्षेत्र के चौबे परसा गांव में की दोपहर भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई. दोनों पक्षों से चले लाठी डंडे व धारदार हथियार से हमले में तीन भाइयों सहित कुल 7 लोग जख्मी हो गए.
घायलों में प्रथम पक्ष से चौबे परसा गांव के देवेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह तथा नागेंद्र सिंह शामिल हैं. जबकि दूसरे पक्ष से सुशील सिंह ,प्रिंस कुमार, पप्पू कुमार व गुड्डी देवी शामिल हैं. सभी घायलों को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फुलवरिया में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. प्राथमिक उपचार के बाद देवेंद्र व सुरेंद्र को सदर अस्पताल गोपालगंज रेफर कर दिया.
थानाध्यक्ष पप्पू कुमार ने बताया कि मामला भूमि विवाद का है . पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.