Gopalganj: जिले में प्रतिकूल मौसम होने से पूरा नहीं हो पा रहा खेती का लक्ष्य
गोपालगंज: पिछले तीन साल से जिले में प्रतिकूल मौसम के कारण खेती का लक्ष्य पूरा नहीं हो रहा है.देर से बारिश होने के कारण धान की रोपनी और खेतों में अधिक दिनों तक नमी होने के रबी की बुआई में देरी हुई.जिससे हर बार खेती का अव्वल समय निकल जा रहा है.इस बार भी रबी की बुआई का सीजन खत्म हो गया है.लेकिन जिले में रबी फसलों की खेती का लक्ष्य पूरा नहीं हो सका.विभागीय आंकड़े के अनुसार अब तक जिले में 08 हजार 590 हेक्टेयर में रबी फसलों की खेती नहीं हो सकी.जिसमें गेहूं, तेलहन, दलहन और जौ की खेती का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है.जिला कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सीजन 2024-25 में जिले में 01 लाख 18 हजार 407 हेक्टेयर भूमि में रबी फसलों की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. रबी फसल के तहत जिले में गेहूं, मक्का, चना, मसूर, मटर, अन्य दलहन, सरसों, तीसी, सूरजमुखी और जौ की खेती की गई है.तय लक्ष्य के विरूद्ध जिले में अबतक 01 लाख 09 हजार 817 हेक्टेयर भूमि में ही रबी फसलों की खेती हुई है.
जिला कृषि विभाग के अनुसार इस सीजन में जिले में मक्का, मटर, अन्य दलहन और सरसों की खेती शत प्रतिशत लक्ष्य को पा चुकी है.लेकिन, दलहनी फसलों में तीसी की खेती मात्र 66 प्रतिशत और सूरजमुखी की खेती 35 प्रतिशत हुई है.इसी प्रकार गेहूं की बुआई 8 प्रतिशत, मसूर की बुआई 16 प्रतिशत और जौ की खेती 10 प्रतिशत कम हुई है।
उत्पादन पर पड़ रहा असर
रबी और खरीफ की मुख्य फसलों की कम खेती होने से जिले में उत्पादन पर काफी असर पड़ रहा है.पिछले से की बात की जाए तो जिले में 12560 हेक्टेयर में रबी फसल की बुआई नहीं हो पाई.खरीफ सीजन में 90 हजार हेक्टेयर के एवज में किसान कम बारिश होने के कारण 2500 हेक्टेयर में धान की खेती नहीं कर पाए।
इस बार भी खेती का लक्ष्य पूरा होता नहीं दिख रहा।
जिले के किसानों का कहना है कि 15 नवंबर से लेकर 15 तक रबी फसलों की खेती का उचित समय होता है।
लेट खेती होने पर भी अधिक से अधिक 31 तक ही रबी फसलों की खेती होती है.अब समय बीत चुका है.खेती करने से लाभ नहीं होगा.किसानों के अनुसार सामान्य से ज्यादा तापमान,उंचास जमीन में नमी की कमी और निचले जमीन में नमी की अधिकता, खाद बीज की महंगाई से रबी की खेती प्रभावित हुई है।
जिले के किसान अभी भी बुआई कर रहे हैं.निचले इलाके में नमी के कारण लक्ष्य में मामूली कमी रह गई है.एक सप्ताह में शत प्रतिशत बुआई का लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
-ललन कुमार सुमन,
डीएओ, गोपालगंज।