पटना : गत 3 अगस्त की रात धनरूआ थाना क्षेत्र के मोरियावां-कादिरगंज रोड पर दो मोटरसाइकिलों पर सवार छह अपराधियों ने एक व्यक्ति की स्कूटी, मोबाइल और अन्य सामान लूट लिया था. लूट के बाद सभी मोरियावां से साईं मोड़ होते हुए अतरपुरा वाले रोड की ओर भाग गए थे. इसकी सूचना धनरूआ के थाना प्रभारी दीनानाथ सिंह को मिली तो उन्होंने विभिन्न चौराहों पर चेकिंग एवं घेराबंदी प्रारंभ कर दी. चेकिंग के दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार कुछ लड़के पुलिस को देख कर भागने लगे और कुछ दूर जाकर मोटरसाइकिल और कुछ लूट के सामान छोड़कर भाग गए.पुलिस ने मोटरसाइकिल और सामान को जब्त (motorcycle and goods Seized) कर लिया.
एएसपी के नेतृत्व में गठित हुई टीम : पटना के एसएसपी और सिटी एसपी (पूर्वी) के निर्देशन में मसौढ़ी के एएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनी. टीम में धनरुआ, मसौढ़ी और पुनपुन थाना प्रभारी सहित कई पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया. गठित टीम ने बरामद मोटरसाइकिल एवं अन्य सामान के आधार पर जांच शुरू की. इस दौरान स्थानीय और पूर्व के आरोपित अपराधियों से पूछताछ की गई. साथ ही गुप्तचरों का भी सहयोग लिया गया. सूचना मिली कि ग्राम रेड बीघा के पिंटू के पास लूटी गई स्कूटी देखी गई है.
गिरोह के सदस्यों ने कई कांडों में संलिप्तता स्वीकार की : सूचना पर सशस्त्र बल के साथ ग्राम रेड बीघा स्थित पिंटू कुमार के घर पर छापेमारी की गई. पिंटू कुमार के पास से स्कूटी और कुछ सामान बरामद किया गया. पिंटू से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना अपराध स्वीकार किया. अपने साथी सुनील कुमार, अजीत कुमार, रविकांत कुमार, सोनू कुमार, मंटू कुमार, अविनाश कुमार, विकास कुमार, चंदन कुमार और साहिल कुमार की घटना में संलिप्त होने की बात स्वीकार की. सभी अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ करने पर उनलोगों ने धनरूआ थाना और मसौढ़ी थाना क्षेत्र में हुए कई लूट कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. उनके पास से धनरूआ कांड में लूटे गए वाहन के अतिरिक्त धनरूआ थाना कांड में लूटी गई बाइक भी बरामद की गई.
जेवरात खरीदने वाला देव ज्वैलर्स के मालिक भी हुआ गिरफ्तार: पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि विभिन्न कांडों में लुटे गए जेवरात आदि को बेलदारीचक स्थित देव ज्वैलर्स के मालिक चंदन कुमार को बेचा जाता था. वह मसौढ़ी थाने के केलहुचक गांव का रहने वाला है. पुलिस ने तुरंत देव ज्वेलर्स के मालिक चंदन कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया. जब चंदन से पूछताछ शुरू हुई तो चंदन ने भी अपराधियों से अपनी संलिप्तता स्वीकार की. पता चला कि ये लुटेरा गिरोह नया है जो सड़क पर राहगीरों से लूट की घटना को अंजाम देता है. इस गिरोह के अधिकांश सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है. तथा इस गिरोह के कुछ सदस्य अभी भी फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है. इस गिरोह के पर्दाफाश से क्षेत्र में ऐसे अपराध की घटनाओं में कमी आने की संभावना है.