बिहार में अपहरण उद्योग फिर फलने-फूलने लगा है। अपराधी कारोबारी वर्ग को निशाना बना रहे हैं। ऐसा ही मामला पटना के बाढ़ इलाके से सामने आया है। यहां स्वर्ण व्यवसायी सुनील कुमार के बेटे को अगवा कर लिया गया। इतना ही नहीं अपराधियों ने व्यवसायी से उनके बेटे को छोड़ने के बदले 20 लाख की फिरौती भी मांगी। हालांकि, पुलिस ने मंगलवार रात ही मासूम बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने नाबालिग समेत 4 अपहरणकर्ताओं को भी हिरासत में लिया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है
परिजनों का कहना है कि शिवम कुमार उर्फ शिबू (स्वर्ण व्यवसायी का बेटा) संडवार कॉन्वेंट स्कूल में KG में पढ़ता है। रोजाना की तरह वह मंगलवार सुबह भी स्कूल गया। शिवम के चाचा करीब एक घंटे बाद जब लंच लेकर स्कूल पहुंचे तो पता चला कि शिवम स्कूल में नहीं है। उसके चाचा घर गए और अपने भाई सारी बात बताई। इसके बाद दोनों भाई शिवम को ढूंढने निकले। स्कूल के पास अन्य लोगों से बात करने पर उन्हें अनहोनी का शक हुआ। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई।
करीब 6 घंटे तक विशेष टीम ने छानबीन की
इधर, बाढ़ के ASP सुनील भारती भी स्वर्ण व्यवसायी के घर पहुंचे। ASP के सामने ही सुनील के मोबाइल पर 20 लाख फिरौती मांगी गई। इसके बाद SSP राजीव मिश्रा, ग्रामीण SP सैयद इमरान मसूद भी पहुंचे। SSP राजीव मिश्रा ने फौरन विशेष टीम का गठन किया और छानबीन में जुट गए। इसके बाद करीब 6 घंटे तक विशेष टीम ने छानबीन की। इसके बाद करीब 6 घंटे तक बाढ़ में जमे रहे। मामले में स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। आखिर बच्चे को बिना पहचान के आदमी के साथ कैसे जाने दिया।
फिरौती के अपराधियों ने कॉल किया, यहां से मिली लीड
पुलिस के अनुसार, अपराधियों ने फिरौती के लिए कॉल किया तो कॉलिंग में एक अपराधी तस्वीर आ गई। इसके बाद इस तस्वीर के आधार पर उसकी तलाश में विशेष टीम जुट गई। पुलिस ने सबसे पहले शिवम के उस दोस्त को बुलाया जिसने उसे अपराधी के साथ जाते देखा था। शिवम के दोस्त ने फोटो देख अपहर्ता को पहचान लिया। विशेष टीम के लिए यह सबसे बड़ी और पहली लीड थी। विशेष टीम ने अपराधी के मोबाइल नंबर के आधार पर सिम बेचने वाले दुकानदार को उठाया। पूछताछ की। उसने बताया कि हाल ही में सिम बेचा था। पता चला कि ऑटो नवादा के नीतीश कुमार का है। इसके बाद पुलिस का शक गहराया।
बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन के पास से सकुशल बरामद
पुलिस ने फौरन नीतीश और शिवम के ऑटो चालक (इसने शिवम को घर से स्कूल पहुंचाया था) उसके परिजनों को उठाया। कुछ देर बाद अपराधियों इन परिजनों के पास कॉल किया। उसने बताया कि बख्तियारपुर की ओर काम से जा रहे हैं। विशेष टीम ने टॉवर लोकेशन के आधार पर उनका पीछा किया। पता चला कि स्कॉर्पियो गाड़ी अपराधी कहीं जा रहे हैं। जांच में पता चला कि अपराधी बख्तियारपुर में एक रिश्तेदार के यहां पहुंचे। पुलिस ने यहां दलबल के साथ छापेमारी की। इसके बाद शिव अपराधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसके बाद शिवम को बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन के पास से सकुशल बरामद कर लिया गया।
पुलिस ने 4 को हिरासत में लिया, इसमें एक नाबालिग भी
मामले में पटना के SSP राजीव मिश्रा ने बताया कि अपहरण में शामिल सारे अपराधियों की पहचान कर ली गई है। 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलश में छापेमारी चल रही है। पुलिस इन्हें गिरफ्तार करने में जुटी है। उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी स्थानीय की भी संलिप्तता है। शिवम लंच लेकर नहीं जाता है, यह जानकारी अपराधियों को उसने ही दी। शिवम का स्कूल घर के पास है। मंगलवार सुबह 9 बजे शिवम स्कूल पहुंचा था। इसके बाद 9.30 बजे एक अपराधी स्कूल गया और बोला कि शिवम को पाप बुला रहे हैं। शिवम स्कूल से बाहर आ गया। उसके बाद एक नाबालिग समेत चार अपराधियों ने उसका ऑटो से अपहरण कर लिया।