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दरभंगा। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में चल रहे साथ दिवसीय श्रीमद भागवत कथा सप्ताह महापुराण यज्ञ के दूसरे दिन के कथा का उदघाटन बतौर मुख्य अतिथि नव निर्वाचित वार्ड 48 के सुभाष कुमार सौरभ, विकासात्मक समिति के कोषाध्यक्ष पवन कुमार सिंह और वरिष्ठ सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद कथावाचक आचार्य श्री वेदानंद शास्त्री ने भगवान के अवतारो का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान को प्रत्येक युग में विभिन्न रूपों में अवतार लेना पड़ता है। उनके अवतार लेने का मुख्य उद्देश्य अपने भक्तों की रक्षा करना एवं दुष्ट आत्माओं को मार कर उनका उद्धार करना होता है। जब जब धरती पर अत्याचार बढ़ता है तभी भगवान अवतार लेते हैं। हमारा जीवन सादगी एवं सद्भाव पूर्ण होना चाहिए। विभिन्न प्रकार के व्यसनों में अपने आपको कभी भी नहीं लगाना चाहिए।
हमारी गतिविधियां ऊंचे आदर्शों पर होना चाहिए। मानव स्वयं ही अपने जीवन को जटिल बनाता है और उसमे फंसकर अपने इस दुर्लभ तन को अति कष्टमय बना लेता है। सुबह ब्रहम मुर्हूत में उठकर भगवान से प्राथना करना चाहिए कि प्रभु आज का जीवन उपहार किसी अशुभ कर्म में न लगे। अपने इन्द्रियो को अपने वस में रखकर सम्यक आचरण और वाणी व्यवहार का पालन करना चाहिए। अगर आप धन से किसी की सेवा नहीं कर सकते तो अपने तन से ही सर्वभूत की सेवा करना चाहिए। अगर बहुत ज्यादा दुःख आ जाये तो घबराये नहीं और सुख में हंसना नहीं चाहिए। उन्होंने कलियुग और राजा परीक्षित के संवाद की चर्चा करते हुए कहा कि कलियुग में सोना पहनने और रखने से अहंकार बढ़ता है। जिस प्रकार एक धर्म निष्ठ राजा में हुआ और ऋषिपुत्र द्वारा शापित हो गए। मौके पर विकासात्मक समिति के कार्यकारी अध्यक्ष ललन झा, सदस्य संतोष चौधरी, रविंद्र नाथ सिंह उर्फ चिंटू सिंह, अभिमन्यु सिंह सहित समिति के कई पदाधिकारी और सैकड़ो श्रोता मौजूद थे।
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