बिहार

कोई तो निकालो… चीखते रहे घर वाले, नाव पलटी और पानी में समा गए बच्चे

SANTOSI TANDI
14 Sep 2023 12:07 PM GMT
कोई तो निकालो… चीखते रहे घर वाले, नाव पलटी और पानी में समा गए बच्चे
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पानी में समा गए बच्चे
बिहार :के मुजफ्फरपुर में बड़ा हादसा हुआ है. यहां बेनीबाद ओपी क्षेत्र के भटगामा मधुरपट्टी के पीपल घाट से बच्चे जब स्कूल जा रहे थे तब वह जिस नाव पर सवार थे वह पलट गई. जब हादसा हुआ तब नाव पर 30 से ज्यादा बच्चे सवार थे. सभी बच्चे तेज धार में बहने लगे. नदी की तेज धार में बच्चे उस बिहार में बहे हैं जहां के मुखिया विकास को गिनाते नहीं थकते हैं. लेकिन हकीकत ये है कि आज भी बच्चों को पुल पार कर नहीं बल्कि तेज धार में रस्सी के सहारे बंधी नाव पर सवार होकर स्कूल जाना पड़ता है. यहां ये बच्चे हर रोज खतरे से खेलते हुए स्कूल जाते थे, गुरुवार को खतरा ज्यादा बढ़ गया तो ये नदी में बह गए.
मुजफ्परपुर के तुलसी घाट पर जब ये हादसा हुआ तो चीख पुकार मच गई. लोग बच्चे को बचाने की जुगत में लग गए. किसी ने पुलिस को भी सूचना दी. लेकिन हादसे के घंटे भर बाद भी जब मौके पर स्थानीय थाने की पुलिस नहीं पहुंची. जब पुलिस नहीं पहुंची तो एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम से उम्मीद बेमानी है. लोग बच्चों को बचाने बिना किसी व्यवस्था के नदी में उतर गए.
बच्चों को बचाने उतरा एक युवक भी लापता
बागमती नदी की पाट यहां भले ही ज्यादा चौड़ी नही है लेकिन धारा बहुत तेज बह रही. इसके बाद भी लोग नाव लेकर नदी में उतर गए. स्थानीय गोताखोरों और लोगों ने तब 20 बच्चों की जान बचाई लेकिन 10 से ज्यादा बच्चे अभी भी लापता हैं. उनके घर में चीख पुकार मची है. इस बीच ये बात भी सामने आई है कि बच्चों को बचाने नदी में उतरा एक युवक भी लापता है.
अब उम्मीद की डोर कमजोर होने लगी है
घटना स्थल से जो तस्वीरें सामने आई है उसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन बच्चों के मां बाप पर क्या गुजर रही होगी जिनके बच्चे अभी लापता है. उनकी निगाहें गोताखोंरो से हट नहीं रही है. उम्मीद है कि जैसे 20 बच्चों को लोगों ने बचा लिया वैसे ही उनके बच्चों को भी बचा लेंगे. इधर नाव लेकर नदी में घूम रहे गोताखोर भी इस आस में इधर भटक रहे हैं कि कोई बच्चा दिखे और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाले. ये हादसा सुबह 10 बजे के आसपास हुआ है. अब जैसे- जैसे समय बीत रहा है नदी में गुम बच्चों के परिजन सशंकित हो रहे हैं. बुरे ख्याल आ रहे हैं. यही वजह है कि नदी की तरह उनकी आखों में भी पानी है.
मुजफ्फरपुर दौरे पर थे सीएम नीतीश
इस बीच सरकारी अमला भी मौके पर पहुंच गया. वह स्थानीय लोगों के साथ नदी और उसके किनारे बच्चों की तलाश कर रहा है. लेकिन लोग सवाल उठा रहे हैं. कह रहे हैं ‘बच्चे नदी में डूबे रहे, प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली’ लोग आरोप लगा रहे हैं प्रशासन ने कोई मुस्तैदी नहीं दिखाई वह भी तब जब सूबे के सीएम मुजफ्फरपुर में थे.
डीएसपी का शर्मनाक बयान, CM ने क्या कहा
इधर घटना के बाद पुलिस ऐसे बयान दे रही है जिसे सुनकर लोग आक्रोशित हैं. मौके पर पहुंचे डीएसपी ने कहा-‘NDRF और SDRF की टीम किसी घटना के लिए तैयार होकर नहीं बैठी रहती है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची है’ अब एक बार बिहार के सीएम ने क्या कहा ये भी जान लीजिए. मुजफ्फरपुर में सीएम नीतीश कुमार से जब मीडिया ने हादसे को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा-‘हादसा हो ही गया है तो मदद तो दिया ही जाएगा’
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