Gaya: विमलेश पांडेय को सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने को मिला सम्मान
गया: सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए ठकुरहट गांव के विमलेश पांडेय को सारस्वत सम्मान से सम्मानित किया गया. वाराणसी के बीएचयू के वैदिक विज्ञान केंद्र में अखिल भारतीय सारस्वत परिषद द्वारा आयोजित समारोह में उन्हें पुरस्कार मिला.
संस्था के अध्यक्ष प्रो. विवेकानंद तिवारी ने बताया कि विमलेश के अलावा विभिन्न क्षेत्र के 30 विभूति सम्मानित किए गए. समारोह की अध्यक्षता अखिल भारतीय गो सेवा प्रमुख अजीत प्रसाद महापात्र व संचालन प्रो. विवेकानंद तिवारी ने किया. मुख्य अतिथि बीएचयू के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित थे.बताया गया है कि सामाजिक समस्याओं के समाधान को लेकर विमलेश पांडेय मुखर रहे हैं. भूमि विवाद, आपसी विवाद निपटाने, विकास कार्य, सामाजिक सरोकार के कार्य में अग्रणी की भूमि निभाते रहे हैं. किसानों की जमीन का उचित मुआवजा दिलाने को लेकर पिछले ढाई साल से उनके नेतृत्व में आंदोलन चल रहा है. किसानों को समय पर खाद, बीज, नहर में पानी, उपज का उचित मूल्य दिलवाने के लिए भी भाग-दौड़ करते रहे हैं.
राजद के लोग लाठी का जमाना लाना चाहते हैं : उपेंद्र
राष्ट्रीय लोकमोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि राजद के लोग लाठी की वकालत करते हैं जबकि नीतीश कुमार कलम की वकालत करते हैं . आप आकलन कर सकते हैं कि 2005 के पहले बिहार की क्या स्थिति थी . पहले बिहार को लोग हेय दृष्टि से देखते थे .
आज पूरे देश में नीतीश मॉडल की चर्चा हो रही . बिहार तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है इसका श्रेय मोदी व नीतीश सरकार को जाता है. सभा की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज जायसवाल व संचालन जदयू जिलाध्यक्ष अनिल कुशवाहा ने किया. एनडीए प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया .
विपक्ष की साजिश व तिकड़म को नाकाम करना है. इसके लिए एनडीए प्रत्याशी अशोक को जिताना जरूरी है तभी उपेन्द्र की जीत होगी. कहा यहां 75 और 25 की लड़ाई है . 75 प्रतिशत अशोक सिंह के पक्ष में है और जो 25 भाग रहे हैं उनको भी खींच कर लाइए .राजद की सोच है कि फिर से लाठी का जमाना आ जाए. लेकिन अब कलम का जमाना है. आज आप सभी जनता की दुआ है कि उपेन्द्र कुशवाह आज मेंबर ऑफ पार्लियामेंट बनकर गरज रहा है बस आप लोग इसे बनाए रखिएगा केंद्रीय मंत्री राजभूषण निषाद,श्रम मंत्री संतोष कुमार सिंह,मंत्री हरि सहनी पूर्व, नीरज बबलू, पूर्व मंत्री जनक राम , बृजकिशोर बिंद,मुरारी गौतम, आदि ने सभा को संबोधित किया.