Gaya: कॉलेजों में छात्राओं से शुल्क लेने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा
गया: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कॉलेजों में छात्राओं से शुल्क लेने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा. ताजा मामला लनामिवि से संबंधन प्राप्त मिथिला महिला कॉलेज का है जहां स्नातक द्वितीय सेमेस्टर की आंतरिक परीक्षा के दौरान छात्राओं से शुल्क वसूला जा रहा है.
प्रति छात्रा 0 रुपये का शुल्क लिया जा रहा है. छात्राओं को इसकी रसीद भी दी जा रही है. कॉलेज के शिक्षक डॉ. अखिल रंजन झा ने छात्राओं से शुल्क लिये जाने को गलत बताते हुए कहा कि इस संबंध में उन्होंने विवि के परीक्षा नियंत्रक से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि विवि स्तर से शुल्क लेने का निर्देश नहीं दिया गया है. परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार ओझा ने बताया कि इस तरह की शिकायत आने पर उचित कार्रवाई की जायेगी.
छात्राओं से शुल्क लेने के बाबत पूछने पर प्रधानाचार्य डॉ. अमरेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि आंतरिक परीक्षा के आयोजन व संचालन में होने वाला खर्च न विवि स्तर से मिलता है न सरकार से. परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र व कॉपी की व्यवस्था, परीक्षा ड्यूटी व मूल्यांकन मद में कॉलेज के शिक्षक-कर्मी को भुगतान आदि खर्च के लिए छात्राओं से राशि ली जा रही है. अगर इस मद में विवि या सरकार से राशि मिलेगी तो छात्राओं से ली गई राशि उन्हें वापस कर दी जायेगी.
गौरतलब है कि राज्य में पीजी तक छात्राओं को निशुल्क शिक्षा का आदेश लागू है. विवि व कॉलेजों में छात्राओं से नामांकन से लेकर परीक्षा तक किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिये जाने का निर्देश लगातार दिया जाता है, बावजूद छात्राओं से शुल्क लिये जाने का मामला भी लगातार सामने आता रहा है. इस आदेश के लागू होने के बाद से खासकर महिला कॉलेजों की आर्थिक स्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ा है. प्रधानाचार्य डॉ. मिश्रा ने बताया कि इस मद में सरकार से कॉलेजों को नियमित राशि प्राप्त नहीं हो पा रही है जिस कारण कॉलेज प्रशासन को काफी परेशानी हो रही है.