बिहार

Gaya: जिले में दो माह में छह महिलाएं चढ़ी दहेज की बलि

Admindelhi1
21 Nov 2024 7:21 AM GMT
Gaya: जिले में दो माह में छह महिलाएं चढ़ी दहेज की बलि
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नव विवाहिता महिला की भी मौत हुई

गया: जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों में महज दो माह में छह विवाहिता महिलाएं दहेज की बलिवेदी चढ़ गयी. जिसमें नव विवाहिता महिला की भी मौत हुई है. सभी घटनाओं में पुलिस की जांच में प्रथमदृष्टया दहेज के लिए ही घटना को अंजाम दिए जाने की बात सामने आ रही है.हालांकि इनमें कुछ आरोपियों को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार भी किया गया है. अब तक का जो दहेज के लिए हत्या संबंधी आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार 8 को टेढ़ागाछ थाना क्षेत्र के खर्रा बेलबारी में एक विवाहिता महिला का शव संदिग्ध परिस्थिति में मिला था. इस घटना में मृतका के भाई ने मृतका महिला के पति पर दहेज के लिए प्रताड़ित कर गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था.

हालांकि पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है. दूसरी घटना को बहादुरगंज थाना क्षेत्र में घटी. बिरनिया गांव में पूनम कुमारी की मौत संदिग्ध परिस्थिति में इलाज के दौरान हुई थी. मामले में आरोपी पति सहित ससुराल के छह लोगों के विरुद्ध दहेज हत्या की प्राथमिकी दर्ज करवायी गई थी.इस घटना में दो लोगों को पकड़ा गया है.11 थाना क्षेत्र के नैनभीट्ठा गांव में एक विवाहिता महिला का शव फंदे से लटका मिला था. 6 अगस्त को पोठिया थाना क्षेत्र के सरोगारा पंचायत के गोलझार में 25वर्षीय महिला रुखसाना बेगम का शव घर मे मिला था. इस घटना में मृतका महिला के शरीर पर चोट के निशान थे. मामले में एफएसएल की टीम के द्वारा भी घटना की जांच की गई. जिसमें पांच लोगों के विरुद्ध थाने में मामला दर्ज करवाया गया था. इस कांड की एक आरोपी मृतका की सास को पोठिया थाना की पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया था. 6 अगस्त को ही दूसरी घटना टेढ़ागाछ थाना क्षेत्र के वेनुगढ़ में घटी थी. जहां 28 वर्षीय महिला सुशीला देवी का शव ससुराल में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था. 8 अगस्त को पहाड़कट्टा थाना क्षेत्र के फुलहारा गांव में भी घटना घटी.जहां 25 वर्षीय महिला नाजिया बेगम की मौत हो गई थी. इस घटना में मृतका को बेहोशी की हालत में इस्लामपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां इलाज के लिए पूर्णिया ले जाये जाने के दौरान मौत हो गई थी.

एसडीपीओ गौतम कुमार ने कहा कि इस प्रकार की घटना को रोकने के लिए महिलाओं को जागरूक होना पड़ेगा. अगर किसी परिवार में किसी महिला को परेशानी है तो थाने में बने महिला हेल्पलाइन की महिला पुलिस पदाधिकारी के पास अपनी बात रख सकती है. वही किसी भी महिला को धैर्य नहीं खोना चाहिए.

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