Gaya: पुलिस ने चोरी का किया पर्दाफाश, पुलिस का निजी ड्राइवर था सरगना
गया: गया पुरानी गोदाम स्थित थोक मंडी के श्री गणपति भंडार में चोरी की वारदात करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. घटना के 12 दिन बाद पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. खाश बात यह है कि पकड़े गए चोरों में से एक पहले कोतवाली थाने की गाड़ी का प्राइवेट ड्राइवर रह चुका है. उसने कुछ दिन पुलिस की तकनीकी सेल की गाड़ी भी चलाई है.
ड्राइवरी का काम छोड़ने के बाद से वह शहर में चोरी और लूट की वारदात को अंजाम दे रहा था. यही वजह थी शहर में हो रही चोरी की वारदात का खुलासा नहीं हो पा रहा था. क्योंकि उसे मालूम था कि पुलिस क्या-क्या जांच कर सकती है. जांच की शुरुआत कहां से होगी.
बड़ी घटना का योजना बनाते पकड़े गए किरानी घाट इलाके में चोरों का गिरोह किसी बड़ी घटना की योजना बना रहे थे. तभी कोतवाली थाने की पुलिस को इसकी सूचना मिली. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की और दो चोरों को पकड़ने में सफल रही. गिरफ्तार चोरों में इम्तियाज उर्फ फुलटुन तथा मो. शाहिद उर्फ प्पू उर्फ कानपा शामिल हैं. दोनों मुफस्सिल थाना इलाके के अबगिला के रहने वाले हैं. जब उनसे पुलिस ने पूछताछ की तो कई खुलासे किए. पुरानी गोदाम स्थित श्री गणपति भंडार में चोरी में शामिल होने की भी बात स्वीकार की.
पुलिस ने इनके पास से चोरी की गई 93,500 रुपये, दो कट्टे, दो कारतूस और आर्टिगा कार बरामद किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सिटी एसपी प्रेरणा कुमार ने बताया कि चोरी की घटना में पांच लोग शामिल थे और ये सभी आर्टिगा कार से चोरी की घटना को अंजाम देने पहुंचे थे. इसमें तीन लोग पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. उन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा.
सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को मिला गिरोह का सुराग: गिरोह तक पहुंचने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. लगभग 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद गिरोह का खुलासा हुआ. इसके बाद पुलिस चोर गिरोह के सदस्यों को दबोचने के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी. सिटी एसपी ने बताया कि पकड़ाए मो. इम्तियाज उर्फ फुलटुन ने पूछताछ में बताया कि वह अपने सहयोगियों के साथ बड़े-बड़े घटना को अंजाम देते हैं. 22 को इनके एक साथी ने इन्हें बताया कि पुरानी गोदाम स्थित एक रिफाईन का होलसेल है, जिसमें रोज 15-20 लाख रुपये का लेनदेन होता है. दुकान के अंदर एक तिजोरी में रुपये रखे जाते हैं. अगले दिन रुपये को बैंक में ले जाकर जमा किया जाता है. इसके बाद चोरी की योजना बनाई और योजनाबद्ध तरीके से घटना का अंजाम दिया. गौरतलब हो कि 22 को पुरानी गोदाम स्थित श्री गणपति भंडार में चोरों ने चोरी की वारदात दी. 300 साल पुराने तिजोरी से 15 लाख रुपए कैश और सोने चांदी के सिक्के चोरों ने उड़ा लिया था. प्रेस कॉन्फ्रेंस के मौके पर एएसपी पीएन साहू, कोतवाली थानाध्यक्ष आशीष मिश्रा उपस्थित रहे.