गया: प्रशासन ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों प्रतिबंधित अफीम की खेती को नष्ट किया
बिहार न्यूज़: जिले में बाराचट्टी प्रखंड के नक्सल प्रभावित जंगली क्षेत्रों में अफीम जैसे मादक पदार्थ का कारोबार बड़े पैमाने पर हो रहा है। बड़की चांपी, छोटकी चांपी,डांग,खैरा, शंखवा,पिपराही,सीसीयातरी,कदल, बरसुदी आदि जंगली क्षेत्रों के लगभग हजारों एकड़ अफीम की खेती हो रही है। जिसपर रोक लगाने के लिए प्रशासन के द्वारा प्रत्येक वर्ष विनष्टीकरण की कार्रवाई की जाती है। लेकिन इसके बावजूद भी अफीम के कारोबार पर लगाम नहीं लगाया जा पा रहा है। हर वर्ष की तरह इस बार भी वन विभाग के नेतृत्व में नारकोटिक्स विभाग पटना के देखरेख में एसएसबी की सहायता से अफीम की फसल को नष्ट करने की कार्रवाई कर रही है। कारोबारियों को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज करवाने की कार्रवाई भी की जा रही है। इसी क्रम में शनिवार को थाना क्षेत्र के बड़की चांपी में वन भूमि एवं निजी भूमि पर 26.64 एकड़ में लगे अफीम की फसल को जेसीबी, ट्रैक्टर एवं मजदूरों की सहायता से विनष्ट किया गया। जिसमें 21.05 एकड़ वन भूमि एवं 5.59 एकड़ निजी भूमि है। वन विभाग के क्षेत्र पदाधिकारी विवेकानंद स्वामी ने बताया कि पिछले एक महीना से लगातार अफीम की खेती को नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही अपराधियों के विरूद्ध छानबीन कर एफ आई आर दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। दूसरी ओर बाराचट्टी थाना क्षेत्र के काहुदाग राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर एक होटल के पास निकट से बाराचट्टी पुलिस ने दो वाहन एवं 6 किलोग्राम अफीम जब्त किया। इस दौरान तीन कारोबारी को भी गिरफ्तार किया गया।
थानाध्यक्ष राम लखन पंडित ने बताया कि एक दो पहिया वाहन बीआर-02बीसी-0927 से तीन किलोग्राम तथा एक कंटेनर से तीन किलोग्राम अफीम बरामद किया गया है। उक्त दोनों वाहनों को जब्त करते हुए एक मोटरसाइकिल सवार छोटू कुमार मोहनपुर थाना क्षेत्र के बैजनाथपुर ,कंटेनर के चालक गौतम कुमार,सिरदल्ला एवं उपचालक विकास कुमार फतेहपुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दी गई है।