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बड़ी खबर
मोतिहारी। नेपाल मे जोरदार बारिश के बाद जिले में बहने वाली प्राय:सभी नदियो के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है।लेकिन शुक्रवार देर रात गंडक बराज से 4 लाख 32 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंडक किनारे बसे जिले के तीन प्रखंड संग्रामपुर अरेराज व केसरिया के निचले इलाको में जल ने तांडव मचाना शुरू कर दिया है। संग्रामपुर प्रखंड के पूछरिया नवादा,इजरा,बिनटोली,दुबौली,मलाही टोला,अरेराज प्रखंड के सिकटिया,चटिया,भरौलिया,पांडेय टोला,मिश्राईन टोला व केसरिया प्रखंड कढान बैरिया व ढेकहाँ आदि गांवो के कई घरो में पानी प्रवेश कर गया है।इन गांवो के लोग नावो के सहारे चंपारण तटबंध पर शरण लेने को विवश है।गंडक नदी डुमरिया घाट में खतरे के निशान से उपर बह रही है।राहत की बात यह है कि कई नेपाली नदियो के संगम वाली सिकरहना व लालबकेया जैसा नदियां अभी खतरे के निशान से नीचे हैं।गंडक बराज से पानी छोड़े जाने के बाद अरेराज अनुमंडल में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।
संग्रामपुर के सीओ सुरेश पासवान व अनुमंडल पदाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। वही आपदा एडीएम ने बताया कि सभी चिह्नित स्थानो पर एसडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है।साथ ही लोगो को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने को कहा गया है। साथ ही अभियंताओ की टीम लगातार चंपारण तटबंध की निगरानी कर रहे है।उन्होने बताया कि किसी भी आपात स्थिति के लिए सभी आवश्यक तैयारी की गई है।उल्लेखनीय है कि गंडक नदी का जलस्तर डुमरियाघाट में 62.58 मीटर पर है,जो खतरे के निशान से 0.56 मीटर उपर है। जबकि चटिया में गंडक का जलस्तर 66.83 मीटर है जो खतरे के निशान से 2.317 मीटर नीचे है।वहीं, लालबकेया नदी का जलस्तर गुआबारी में 69.60 मीटर है जो खतरे के निशान से 1.52 मीटर नीचे है।सिकरहना नदी का जलस्तर लालबेगिया में 59.10 मीटर है जो खतरे के निशान से 4.095 मीटर नीचे है। वहीं बूढ़ी गंडक का जलस्तर अहिरौलिया में 53.30 मीटर है,जो खतरे के निशान से 6.32 मीटर नीचे है। मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने भी पानी के दबाब वाले जगहों पर फ्लड फाइटिंग की सारी तैयारी पूरी रखने का निर्देश दिया है।डीएम ने बताया कि बराज से डिस्चार्ज के बाद कल दोपहर तक पानी का दबाब रहेगा।ऐसे में सभी को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
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