पटना। राजधानी पटना के दानापुर से 3 फर्जीदलालों की गिरफ्तारी की गई है। ये दलाल भोले भाले युवाओं को सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। साथ ही युवाओं को फर्जी नियुक्त पत्र भी देते थे। पुलिस ने दलालों के पास कई फर्जी नियुक्त पत्र के साथ अन्य भी चीजें बरामद की है। दलालों ने अब तक दर्जनों युवाओं को अपनी जाल में फंसा चुके हैं।
दरअसल, आर्मी इंटेलिजेंस और दानापुर पुलिस ने दानापुर में संयुक्त कार्रवाई कर तीन दलालों को गिरफ्तार किया है। ये दलाल भोले- भाले युवाओं को सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगते थे। इन्होंने अब तक करीब दर्जनों युवाओं को फर्जी नियुक्त पत्र देकर अपने जाल में फंसाया था। गिरफ्तार दलालों की पहचान रामकृष्णा नगर थाना के बीबीगंज भट्टा रोड निवासी सतीश कुमार उर्फ सन्नी, औरंगाबाद के गेनी गांव के निवासी शमी राज और रामकृष्णा नगर थाना के आरके नगर के एलपी शाही कॉलेज के पास के निवासी रंजन कुमार के रूप में की गई है। पुलिस आर्मी इंटेलिजेंस के सूचना पर इन दलालों से सैनिक अस्पताल परिसर में पूछताछ कर रही है और इस मामले में शामिल अन्य सदस्यों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि इन में से एक दलाल सैनिक अस्पताल में आकर सेना में भर्ती और डाक विभाग में बहाली के नाम पर युवकों को ठग रहा था। इस मामले की सूचना आर्मी इंटेलिजेंस यूनिट लखलऊ ने आर्मी इंटेलिजेंस यूनिट दानापुर को दिया जिसके आधार पर आर्मी इंटेलिजेंस ने दानापुर पुलिस के सहयोग से दलालों की गिरफ्तारी करी। इन दलालों की तलाशी ली गई तो इनके पास से 95 हजार नगद रूपए,13 मोबाइल, फर्जी डाक विभाग की नियुक्त पत्र और साथ ही कई कागजात भी बरामद किए गए हैं। पुलिस के पूछताछ के दौरान दलालों ने अपनी करतूतों को स्वीकार करते हुए कहा कि वे लोग सेना के बहाली के नाम पर भोले युवकों को फंसाते थे और फिर उनसे बड़ी रकम को लेकर ठगते हैं।साथ ही बताया कि उनका मुख्य सरगना चेनारी रोहतास निवासी सोनू सिंह है।
इस मामले में दानापुर के थानाध्यक्ष कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि, आर्मी इंटेलिजेंस यूनिट की सूचना पर पुलिस ने सैनिक अस्पताल में छापेमारी कर 3 दलालों को रंगे हाथ पकड़ा है। गिरफ्तार दलालों ने पुलिस पूछताछ में अपने आपराध को स्वीकार किया है, साथ ही यह भी बताया है कि इस मामले में उनके साथ और भी लोग शामिल है। पुलिस तीनों दलालों से पूछताछ कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।