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बिहार में प्रस्‍तावित चार एक्सप्रेस-वे, अब 600 किलोमीटर से भी कम हो जाएगी गोरखपुर-सिलीगुड़ी की दूरी

Gulabi
23 Nov 2021 6:29 AM GMT
बिहार में प्रस्‍तावित चार एक्सप्रेस-वे, अब 600 किलोमीटर से भी कम हो जाएगी गोरखपुर-सिलीगुड़ी की दूरी
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बिहार में प्रस्‍तावित चार एक्सप्रेस-वे
बिहार को भी केंद्र सरकार अब एक्‍सप्रेस-वे की सौगात देने जा रही है. यह एक्‍सप्रेस वे गोरखपुर-बिहार होकर सिलीगुड़ी (Gorakhpur-Bihar Siliguri Expressway) तक बनेगा.यह एक्‍सप्रेस-वे प्रदेश के करीब 10 जिलों के लिए लाइफलाइन का काम करेगा. गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण होगा. इस सड़क का अधिकतर हिस्सा उत्तर बिहार (North Bihar) के विभिन्न जिलों से होकर गुजरेगा. यह सड़क उत्तर बिहार के लिए लाइफलाइन साबित होगी. बिहार को यूपी (Uttar Pradesh) और बंगाल (West Bengal) के बीच न केवल आवागमन आसान करेगा बल्कि व्यापार के नए रास्ते भी इससे खुलेंगे. केंद्र सरकार ने इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण की सैद्धांतिक सहमति दे दी है. इसके बाद पथ निर्माण विभाग में इस सड़क को बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
बिहार में चार एक्सप्रेस-वे प्रस्‍तावित
गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच प्रस्तावित यह सड़क बिहार का चौथा एक्सप्रेस-वे होगा. औरंगाबाद से जयनगर के बीच एक्सप्रेस-वे के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है. इस सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण का काम हो चुका है और जल्द ही इसका टेंडर जारी होगा. वहीं दूसरा एक्सप्रेस-वे रक्सौल से पटना होते हुए कोलकाता तक का होगा. भारतमाला-दो के तहत इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया है. तीसरा एक्सप्रेस वे बक्सर से भागलपुर के बीच प्रस्तावित है. अब गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच तीसरे एक्सप्रेस-वे निर्माण की कवायद शुरू हो गई है. इस एक्सप्रेस-वे का यूपी में गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे सहित अन्य सड़कों से भी जुड़ाव होगा. इस तरह सिलीगुड़ी से यूपी के प्रमुख शहरों के साथ ही दिल्ली आना-जाना भी आसान होगा.
पथ निर्माण विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे के निर्माण से सबसे अधिक बिहार को लाभ होगा. विशेषकर उत्तर बिहार के लिए यह सड़क वरदान साबित होगा. इससे लोगों का सफर आसान होगा और विकास के नए रास्ते खुलेंगे.
600 किलोमीटर से भी कम हो जाएगी गोरखपुर-सिलीगुड़ी की दूरी
गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक जाने के लिए अभी कोई सीधी सड़क नहीं है. गोरखपुर से सिलीगुड़ी की दूरी तय करने में अभी पूरे एक दिन का समय लग जाता है. जबकि प्रस्तावित गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे से दोनों शहरों के बीच की दूरी घटकर 600 किलोमीटर से भी कम रह जाएगी. छह से आठ लेन का बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे करीब 416 किलोमीटर तक बिहार से होकर गुजरेगा. इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से सबसे अधिक बिहार को लाभ होने की उम्‍मीद है.
बीते दिनों केंद्र सरकार ने गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच एक्सप्रेस-वे बनाने का निर्णय लिया है. प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे सड़क गोरखपुर से शुरू होकर बिहार के गोपालगंज में प्रवेश करेगी. इसके बाद सीवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, पूर्णिया, किशनगंज होते हुए सिलीगुड़ी जाएगी. इस एक्सप्रेस-वे का पूरा हिस्सा ग्रीनफील्ड होगा.
क्‍या होगा इस एक्‍सप्रेस वे में खास
बिहार-गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक जाने वाले इस एक्‍सप्रेस-वे में किसी पुरानी सड़क को एक्सप्रेस-वे में शामिल नहीं किए जाने की सरकार ने योजना तैयार की है. सड़क का एलाइनमेंट इस तरह तय किया जाएगा कि यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर से सीधे सिलीगुड़ी तक जाए. आबादी के बीच से यह एक्‍सप्रेस वे नहीं गुजरेगा. आबादी से हटकर इस सड़क का निर्माण होगा ताकि जमीन अधिग्रहण में अधिक समस्या नहीं हो.
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