मधुबनी न्यूज़: पंडौल प्रखंड क्षेत्र के लोहट चीनी मिल परिसर में इथेनॉल उत्पादन की फैक्ट्री लगेगी. 22 फरवरी को उपमुख्यमंत्री के साथ उद्योग मंत्री इसके लिए भूमि पूजन करेंगे. इसके लिए लोहट चीनी मिल परिसर में 50 एकड़ जमीन बिहार सरकार ने आवंटित कर दी है. उद्योग मंत्री सह मधुबनी विधायक समीर कुमार महासेठ ने बताया कि लोहट में इथेनॉल उत्पादन के लिए कंपनी के प्रतिनिधि लोहट पहुंच कर जमीन का मुआयना कर चुके हैं.
मंत्री ने बताया कि इथेनॉल उत्पादन से जिले के दस हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. इस प्लांट से प्रतिदिन पांच लाख लीटर इथेनॉल का उत्पादन होगा. इसके लिए प्रतिदिन 130 टन मक्का, चावल व गन्ने की खपत होगी. इससे पशु आहार और पॉल्ट्री आहार का उत्पादन होगा. इथेनॉल प्लांट स्थापित होने से स्थानीय उद्यमियों को कृषि आधारित रोजगार मिलेगा. किसानों को धान और गेहूं के बीच के समय में मक्का उत्पादन की ट्रेनिग दी जाएगी. उन्होंने कहा कि यहां उत्पादन होने वाले एथेनॉल को भारत सरकार खरीदेगी.
मंत्री ने कहा कि लोहट चीनी मिल बंद होने के बाद से ही इसे खोलने या यहां इथेनॉल उत्पादन के लिए प्रयासरत रहे हैं. लोहट सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में इथेनॉल उत्पादन की स्वीकृति से बेरोजगारी दूर होगी. युवाओं का पलायन रुकेगा.
इससे बिहार को आत्मनिर्भर बनाने में सफलता मिलेगी. इसको देखते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 22 फरवरी को लोहट मिल परिसर में भूमि पूजन कर शिलान्यास करेंगे. मंत्री ने बताया कि फैक्ट्री तक सड़क निर्माण व चौड़ीकरण के साथ जरूरी कार्य कराये जा रहे हैं.
इथेनॉल एक प्रकार का अल्कोहल होता है, जिसे पेट्रोल के साथ एक निश्चित अनुपात में मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है. इथेनॉल का मुख्य स्रोत गन्ने की फसल है. इथेनॉल पर्यावरण अनुकूल ईंधन है, जो धुएं से निकलने वाले कार्बन मोनोऑक्साइड के उर्त्सजन को 35 फीसदी तक कम कर देता है. इसके इस्तेमाल करने से नाइट्रोजन ऑक्साइड के उत्सर्जन में भी कमी आती है. इसलिए इथेनॉल को इको-फ्रेंडली या पर्यावरण अनुकूल भी कह सकते हैं.