पटना: भारतीय खाद्य निगम ने 17 साल बाद गेहूं की खरीदारी शुरू की है. भारतीय खाद्य निगम ने राज्य के हरेक जिला को गेहूं खरीदारी करने के लिए लक्ष्य भी निर्धारित किया है. सबसे अधिक रोहतास जिला को गेहूं खरीदारी करने का लक्ष्य दिया गया है.
एफसीआई ने जिले में गेहूं की खरीदारी शुरू कर दिया है. भारतीय खाद्य निगम मंडल कार्यालय बक्सर अंतर्गत रोहतास को तीन हजार मीट्रिक टन, कैमूर को 2900 मीट्रिक टन एवं बक्सर जिला को 1650 मीट्रिक टन गेहूं खरीदारी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए गेहूं की अधिप्राप्ति शुरू कर दी गई है. हालांकि राज्य खाद्य निगम में फिलहाल गेहूं की खरीदारी शुरू नहीं हुई है. लेकिन एफसीआई ने जिले में गेहूं की खरीदारी शुरू कर दी है. रोहतास में पहले दिन दिनारा प्रखंड में गेहूं की खरीदारी की गई है. पहले दिन एफसीआई के अधिकारियों ने दिनारा प्रखंड के धर्मपुरा गांव निवासी अरूण सिंह का 43 क्विंटल गेहूं की खरीदारी की. गेहूं खरीदारी के तुरंत बाद किसानों के खाते में राशि का हस्थानांतरण भी किया गया. गेहूं खरीदारी के वक्त केंद्र प्रभारी शम्भू प्रसाद एवं गुण नियंत्रण प्रभारी सौरभ पाल समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे.
एक से दो घंटे में किया जा रहा भुगतान एफसीआई ने किसानों के खलिहान तक पहुंचकर गेहूं की खरीदारी खूद से कर रही है. गेहूं खरीदारी के एक से दो घंटे के अंदर किसानों के खाते में राशि का हस्थानांतरण भी किया जा रहा है. दिनारा में गेहूं अधिप्राप्ति के एक घंटे के अंदर ही भुगतान कर लिया गया. यानी किसानों को राशि भुगतान के लिए चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. गेहूं खरीदारी के दौरान किसानों का त्वरित बैंक का खाता आदि को अपडेट कर कार्यालय को भेजा रहा है. जहां से किसानों के खाते में सीधा ऑनलाइन राशि भेजी जा रही है. एफसीआई ने किसानों को प्रति क्विंटल 2275 रूपए राशि का भुगतान किया जा रहा है. हालांकि अभी पूरी तरह से गेहूं की कटनी नहीं हुई है. जैसे ही गेहूं की कटनी शुरू होगी, गेहूं खरीद में तेजी आएगी.
पैक्सों में एक छटाक भी नहीं हुई खरीद राज्य सरकार ने भी गेहूं खरीदारी के लिए सहकारिता विभाग को निर्देश दिया है. लेकिन अबतक एक छटाक भी गेहूं की खरीदारी नहीं हुई है. जिले में दो लॉट गेहूं खरीदारी करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है. फिलहाल एक छटाक भी पैक्सों में गेहूं की खरीदारी नहीं हुई है.
डीसीओ अरविंद कुमार पासवान ने कहा कि चयनित पैक्स गेहूं खरीदारी के लिए तैयार हैं. पैक्सों को कैश क्रेडिट की सुविधा भी दी गई है. यदि कोई किसान गेहूं देना चाहते हैं तो वे गेहूं की बिक्री कर सकते हैं. उन्हें समय-सीमा के अंदर भुगतान किया जाएगा. खैर जो भी भारतीय खाद्य निगम जिले में लगभग दो दशक बाद गेहूं की खरीदारी शुरू कर दी है.