पटना न्यूज़: तापमान में अचानक उतार-चढ़ाव व बिन मौसम बारिश से सर्दी, खांसी, बुखार और डायरिया जैसी संक्रामक बीमारियों का प्रकोप अचानक बढ़ गया है. पटना के सरकारी और निजी अस्पतालों में इन बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या भी अचानक बढ़ी है. तेज धूप में लू और डिहाइड्रेशन तो बारिश के बाद पेट में दर्द, सर्दी, खांसी और बुखार से लेाग पीड़ित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. पीएमसीएच के वरीय फिजिशियन डॉ. राजन कुमार, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि अधिक मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं.
कहा कि इस तरह का मौसम वायरल संक्रमण के अनुकूल होता है.
बचाव के लिए घर में रखें पारासिटामोल और ओआरएस का घोल
ने कहा कि इस मौसम जनित बीमारियों से बचाव के लिए घर में पारासिटामोल और ओआरएस का घोल जरूर रखना चाहिए.
लू लगने पर बुखार के साथ डिहाइड्रेशन और डायरिया का प्रकोप भी बढ़ जाता है. ऐसे में तत्काल इन दवाओं को शुरू कर देना चाहिए और चिकित्सक से संपर्ककरना चाहिए.
कभी तेज गर्मी व अचानक बारिश अथवा तेजी से मौसम के ठंडा-गरम होने से शरीर उतनी तेजी से वातावरण के अनुकूल नहीं हो पाता है. इस कारण लू लगने, डिहाइड्रेशन, सर्दी, खांसी, डायरिया, पेट दर्द, सिर दर्द का प्रकोप बढ़ जाता है.
- डॉ. राजन/डॉ. सुनील कुमार,
वरीय फिजिशियन
ये सावधानी बरतें स्कूल जा रहे बच्चे को बिना खिलाए घर से ना भेजें, बच्चों व बड़ों को भी बाजार का तला-भुना खाना ना दें, फ्रीज का ठंडा पानी एकदम न पीएं, कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से बचें
ल्ल एसी के सामान्य होने के बाद ही घर से बाहर निकले
ल्ल सोते समय एसी चलाएं तो छोटे बच्चों को अच्छे से चादर से ढंके
ल्ल सुबह का नाश्ता जल्दी करें, खाली पेट ज्यादा देर तक ना रहें
ल्ल मौसमी फलों, तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी का सेवन खूब करें