बिहार में फिर एक बार बाढ़ का खतरा बना हुआ है. गंडक नदी, गंगा एवं घाघरा से घिरे सारण में एक ओर जहां गंडक का जलस्तर तेजी से घट रहा है. वहीं घाघरा का जलस्तर पिछले 24 घंटे में तेजी से बढ़कर खतरे के निशान से 27 सेंटीमीटर ऊपर बहने की सूचना है. इसके साथ ही गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. जलसंसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता के अनुसार गंडक का जलस्तर पिछले 24 घंटे में 64 सेंटीमीटर घटकर 53.97 मीटर हो गया है. इस प्रकार गंडक खतरे के निशान से 44 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. इस दौरान गंडक का कटाव तेजी से जारी है.
गंगा खतरे निशान से ऊपर
घाघरा नदी के खतरे का निशान 57.04 मीटर है. जबकि घाघरा 57.22 मीटर पर बह रही है. घाघरा के जलस्तर में 31 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. वहीं गंगा के जलस्तर में कमी की सूचना है. गंगा खतरे के निशान से 48.42 सेंमी ऊपर बह रही है. जल संसाधन विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार बुधवार को गंगा का जलस्तर में एक सेंटीमीटर की कमी मापी गयी है. गंडक के जल स्तर में कमी होने के साथ-साथ कटाव के मद्देनजर बाढ़ नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी पूरी स्थिति पर नजर बनाये हुए है.
घाघरा खतरे के निशान से ऊपर
जलसंसाधन विभाग से जानकारी के अनुसार, घाघरा नदी के सिसवन में खतरे के निशान से 27 सेंटीमीटर ऊपर बहने के कारण मांझी, रिविलगंज, छपरा सदर, छपरा शहर के दक्षिणी दियारा क्षेत्रों में घाघरा का पानी फैल रहा है. घाघरा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी को लेकर मुख्य अभियंता द्वारा विभागीय पदाधिकारियों को घाघरा के आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ से बचाव के लिये किये जाने वाले कार्यों का जायजा लिया गया. वहीं जल स्तर में वृद्धि के कारण घाघरा के दोनों तरफ तथा सिताब दियारा, एकमा, मांझी के तटवर्ती क्षेत्रों में ग्रामीण बाढ़ की आशंका से भयभीत है.