बिहार

रेलवे ढाला बंद होने से बंजर हो गई पांच हजार एकड़ जमीन

Admin Delhi 1
31 May 2023 5:46 AM GMT
रेलवे ढाला बंद होने से बंजर हो गई पांच हजार एकड़ जमीन
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दरभंगा न्यूज़: छपरा-थावे रेलखंड के 14 रेलवे ढाला बंद होने से किसानों के करीब पांच हजार एकड़ की भूमि अब बंजर होने लगी है. किसान अब चाह कर भी खेती नहीं कर पा रहे हैं. किसानों के लाख प्रयास के बावजूद रेलवे के वरीय अधिकारियों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बंद रेलवे ढ़ाला खोलने या अंडरपास बनाने की दिशा में कोई पहल नहीं की. कुछ दिनों पूर्व तक आंशिक रूप से बंद रेलवे ढाला से होकर कुछ किसान खेती करते थे. लेकिन हाल के दिनों में रेलवे ढाला को जेसीबी के माध्यम पूर्ण रूप से काट कर बंद कर दिया गया. जिससे अब रेलवे उस पार खेती किए किसानों पर आफत आ गयी है. उल्लेखनीय है कि रेलवे ने वर्ष 2017 में ही आमान परिवर्तन के समय छपरा -थावे रेल खंड के कुल 24 रेलवे ढाला को बंद कर दिया था. उस समय रेलवे ने आंशिक तौर पर ही रेल ढाला को बंद करने की घोषणा की थी. जिसके बाद किसान इन सभी आंशिक रूप से बंद रेलवे ढाला से होकर अपनी खेती किसानी किसी तरह करते थे. लेकिन अचानक रेलवे ने जेसीबी के माध्यम से सभी रेलवे ढाला को पूर्ण रूप काट कर बंद कर दिया. जिसके बाद से रेलखंड के आसपास के करीब 36 गांवों के दो हजार से अधिक किसानों की खेती पर ग्रहण लग गया.

अंडर पास बनाने की योजना ठंडे बस्ते में रेलवे के ढाला बंद कर दिए जाने के बाद से किसानों का आंदोलन शुरू हुआ. किसानों ने अपनी समस्या को रेलवे के जीएम तक पहुंचाई. इलाके के जनप्रतिनिधियों को भी बताया पर, बंद रेलवे ढाला खोलने या अंडर पास बनाकर किसानों की समस्या दूर करने की जहमत किसी ने भी नहीं उठाई. थक हार कर किसान किसी तरह कृषि उपकरणों को खेतों तक ले जाकर खेती कर रहे थे. अब रेलवे ढाला को जेसीबी से काट कर बंद कर देने से किसानों को खेतों तक साधन ले जाना तो दूर, पैदल भी रेलवे ढाला पार करने में परेशानी हो रही है.

इन गांवों के किसानों की खेती है बाधित

जिले के मांझागढ़ प्रखंड के छवहीं, भोजपुरवा, जगरनाथा, भटवलिया, इमिलिया, बरौली के चन्दनटोला, नवादा, माड़नपुर, बभनौली, मिलकना, सुभानीटोला, मोहनपुर, सिधवलिया के अल्लेपुर, अमरपुरा व बैकुंठपुर के कुछ गांवों के किसानों की खेती बाधित है.

रेलवे के वरीय अधिकारियों से आदेश मिलने के बाद खंड के 24 रेलवे ढाला को जेसीबी के माध्यम काट कर पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया था. - अब्दुल सलाम खान,

इंस्पेक्टर, आरपीएफ, थावे

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