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बिहार। डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. डीएमसीएच में इलाज के लिए रोज डेंगू के नए मरीजों को भर्ती कराया जा रहा है.पिछले 24 घंटे के दौरान डेंगू पीड़ित 19 वर्षीया युवती को मेडिसिन विभाग के आईसीयू में भर्ती किया गया. चार अन्य मरीजों को डेंगू वार्ड में दाखिल कराया गया. इनमें से तीन मरीज जिले के हैं. वहीं दो मरीज क्रमश मधुबनी और सुपौल जिले के हैं. वहीं दूसरी ओर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच कराने वाले मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. विभाग के वीआरडीएल लैब में एलाइजा मशीन से ब्लड की जांच की जाती है. जांच के बाद डेंगू की पुष्टि होती है. एलाइजा मशीन में दो तरह से जांच की जाती है एक एनएस-वन और दूसरा आईजीएम. वीआरडीएल लैब के साइंटिस्ट डॉ. संजय कुमार ने बताया कि 20 मरीजों की एनएस-वन और आईजीएम जांच में आठ मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए. उन्होंने कहा कि यह अभी तक एक दिन में सर्वाधिक है.
डीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में डेंगू जांच की पुख्ता व्यवस्था है. विभागाध्यक्ष डॉ. आरएस प्रसाद, डॉ. समीर सौरभ, लैब टेक्नीशियन रघुवेंद्र कुमार सिंह, अकील अहमद, प्रभात कुमार, ललित कुमार सहित सभी कर्मी लगातार कार्य कर रहे हैं. इधर, जानकार बताते हैं कि छठ पर्व पर बाहर से बड़ी संख्या में लोगों के आने से भी डेंगू का खतरा बढ़ा है. बिहार के पटना समेत देश के कई प्रदेशों में इन दिनों डेंगू का प्रकोप चरम पर है. छठ पर्व के मौके पर बड़ी संख्या में परदेसी घर आते हैं. इनमें से जो लोग डेंगू पीड़ित होंगे उनसे अन्य लोगों में भी डेंगू फैलने का खतरा हो सकता है.
इमरजेंसी में एबीजी जांच की सुविधा उपलब्ध
डीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में मरीजों के लिए एबीजी जांच की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है. जांच सुविधा उपलब्ध हो जाने से मरीजों को निजी क्लीनिकों में राशि खर्च करने से छुटकारा मिल जाएगा. बता दें कि इससे पहले केमिकल के अभाव में यह जांच ठप हो गयी थी.
Admin4
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