पटना : बिहार में स्वास्थ्य विभाग एएनएम की फर्जी नियुक्ति को लेकर हलकान है. एएनएम की फर्जी बहाली निकाली गई और 53 एएनएम को फर्जी जॉइनिंग लेटर (Fake appointment of ANM)देकर के जिला अलॉट कर दिया गया. मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव (Principal Secretary Bihar Health Department) ने सचिवालय थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. उसके बाद पुलिस की टीम छानबीन में जुट गई है और यह पता लगा रही है कि इस पूरे खेल के पीछे मास्टरमाइंड कौन है?
योगदान देने जाने पर पता चला फर्जीवाड़े का : जालसाजों की करतूत ऐसी है कि राज्य के अलग-अलग जिलों में गलत तरीके से 53 एएनएम की बहाली कर दी गई. जब एएनएम ज्वाइन करने के लिए जिले में अपने सेंटर पर गईं तब मामले की जांच शुरू की गई और पता चला कि फर्जी तरीके से बहाली हुई है. कहीं न कहीं बहाली के इस पूरे प्रकरण में मोटी रकम लेकर के ऐसा खेला करने की संभावना जताई जा रही है और पुलिस की टीम भी जांच के क्रम में इससे इनकार नहीं कर रही.
स्वास्थ्य विभाग से पिछले साल निकला गया फर्जी आदेश : इस पूरे बहाली को 2021 में स्वास्थ विभाग का फर्जी आदेश निकाला गया और फर्जी आदेश के आधार पर ही जिलों में तैनाती करवा दी गई. जिला में काम करने के बावजूद एएनएम को उनकी सैलरी नहीं दी गई और जांच में खुलासा हुआ कि नियुक्ति के संबंधित दस्तावेजों पर अधिकारी के हस्ताक्षर भी फर्जी थे और जालसाजों ने दस्तावेजों पर खुद ही हस्ताक्षर किए थे.
फर्जी चिट्ठी पर हो गई एएनएम की ज्वाइनिंग: बगैर सत्यापन की ही फर्जी चिट्ठी पर एएनएम की ज्वाइनिंग करा दी गई थी. पूरे मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने उन महिलाओं को भी बुलाया है जिन्होंने फर्जी तरीके से ज्वाइन की है और अब पुलिस को कई ऐसे राज मिले हैं जिसके बाद पुलिस अब पूरे खेल के मास्टरमाइंड की तलाश में है. कहीं न कहीं इस पूरे खेल में स्वास्थ्य विभाग के किसी कर्मी के शामिल होने की भी आशंका बन रही है और पुलिस हर ऐंगल से जांच कर रही है.