सिवान न्यूज़: जिले में 1 लाख 6 हजार 577.34 हेक्टेयर से अधिक हिस्से में बोई गई गेहूं की फसल पककर अब तैयार हो गयी है. इधर, मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के बाद किसान इसकी कटनी में भी जुट गए हैं. हालांकि, कुछ खेतों में गेहूं की फसल का डंठल अभी हरा दिख रहा है. इसके एक सप्ताह के अंदर कटनी के लिए तैयार हो जाने की उम्मीद है. जिन किसानों की फसल पककर तैयार है, वे मौसम को लेकर जारी अलर्ट के बाद कटनी करके इसे सुरक्षित करने में जुट गए हैं. पककर तैयार हुई फसल की कटनी के लिए किसान सुबह में ही सूर्य के उगने से पहले ही हाथ में हसिया लेकर अपने खेतों के लिए निकल जा रहे हैं. फिर दिन चढ़ने तक वापस घर लौट जा रहे हैं. दोपहर में ही काटी गई फसल का बोझा बांधकर खलिहान में माथे से ढोकर लेकर जा रहे हैं. हालांकि, गेहूं फसल की कटनी अभी छोटे किसान ही कर रहे हैं.
वहीं बड़े व मंझौले किस्म के किसान कंबाइन हार्वेस्टर के आने का इंतजार कर रहे हैं. कई किसानों का मानना है कि कंबाइन हार्वेस्टर से गेहूं की कटनी कराने में कम मेहनत और फायदा दिखता है. बटाईदार और मजदूर किस्म के किसान खुद से गेहूं की कटनी में जुटे हुए हैं. हालांकि, गेहूं की कटनी में रफ्तार एक सप्ताह ही आ पाएगी.
गेहूं के पैदावार मिलीजुली होने के आसार जिले में इस साल गेहूं के पैदावार मिलीजुली होने के आसार है. दौनी होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इस साल पैदावार में बढ़ोतरी हुई है या नहीं. निखती खुर्द के किसान मुंद्रिका साह ने बताया कि कई किसानों के खेत में गेहूं फसल में दाने पतले ही है. हालांकि, कुछ किसानों के खेत में लगी गेहूं के फसल के दाने सही है.
एक अप्रैल तक बारिश व ओलावृष्टि की संभावना जिले में 10 दिन पहले ही तेज हवा के साथ हुई बारिश से गेहूं के साथ दलहनी और तेलहनी फसल पर बुरा असेर दिखा था. एक बार फिर तेज हवा के साथ बारिश, वज्रपात और ओलावृष्टि होने की संभावना व्यक्त की गई है. मौसम विभाग ने इसे लेकर तीन दिन पहले ही चेतावनी जारी की है. किसानों को सचेत रहने की हिदायत दी गई है. पशुधन को इससे सुरक्षित रखने और पककर तैयार फसल को खेत से जल्द से जल्द घर लाने व सुरक्षित करने की सलाह दी गई है.