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बिहार: किसान अब कम समय में ज्यादा मुनाफा देने वाले फसलों की खेती को तरजीह देने लगे हैं. नेनुआ भी इसी तरह का एक फसल है. इसकी खेती कर लखीसराय के किशनपुर गांव निवासी किसान अनिल सिंह अच्छी कमाई कर रहे हैं.
किसान अनिल सिंह ने बताया कि एक बीघा में नेनुआ की खेती की है. महज चार से पांच महीने में हीं अच्छा मुनाफा मिलने लगा. उन्होंने बताया कि नेनुआ खाने से एनीमिया यानी खून की कमी की समस्या भी दूर होती है और इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन होने की वजह से हरी सब्जी की बाजार में अक्सर डिमांड बनी रहती है.
तीन से चार महीने में फलन हो जाता है शुरू
किसान अनिल सिंह ने बताया कि मार्च में नेनुआ की खेती शुरू की थी. हालांकि फसल को जैविक तरीके से देखभाल करना पड़ा. तीन से चार महीने के बाद लत में फलन शुरू हो गया. समय पर खेती शुरू करने का फायदा यह हुआ कि बंपर उत्पादन का फायदा अब भी मिल रहा है और सबसे खास बात है कि समय के अनुकूल फसल को तैयार किया. जिससे सब्जियों को बाजार में बेहतर रेट मिल गया. अनिल सिंह ने बताया कि नेनुआ से पहले मटर की खेती की थी.
मटर की खेती करने पर इस बार आमदनी अच्छी हुई. अनिल सिंह ने बताया कि किसानी के क्षेत्र में विविधता और अलग प्रकार से खेती के बारे में सोचते रहते हैं. जिनसे उनको अच्छा खासा मुनाफा भी हो जाता है. उन्होंने बताया कि नेनुआ की खेती के अलावा अन्य सब्जियों की खेती करने में भी सफलता प्राप्त की है.
सब्जी की खेती से सालाना चार लाख की कर लेते हैं कमाई
किसान अनिल सिंह ने बताया कि खेत में अब भी नेनुआ लहलहा रहा है और लगातार उत्पादन मिल रहा है. इस बार उनकी सब्जी की फसल काफी अच्छी हुई है और एक बीघा में नेनुआ अब भी लगा हुआ है. उन्होंने बताया कि प्रत्येक दो दिन के अंतराल पर 60 किलो नेनुआ खेत से निकलता है.
व्यापारी भी खेत पर नेनुआ लेने के लिए आ जाते हैं. नहीं आने की स्थिति में खुद भी बाजार लेकर बेचने के लिए चले जाते हैं. नेनुआ से हीं एक सीजन में एक लाख से अधिक की कमाई हो जाती है. अन्य फसलों को मिलाकर सालाना चार लाख की कमाई कर लेते हैं. उन्होंने बताया कि लगन और परिश्रम से खेती करते हैं, जिससे उनको सफलता प्राप्त हो रही है.
Manish Sahu
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