बिहार

पट्टे पर जमीन लेकर किसान कर रहे हैं सब्जी की खेती, हर माह होती है इतनी कमाई

Manish Sahu
6 Sep 2023 1:30 PM GMT
पट्टे पर जमीन लेकर किसान कर रहे हैं सब्जी की खेती, हर माह होती है इतनी कमाई
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बिहार: बिहार के सीवान में इन दिनों सब्जी की खेती किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. सब्जी की खेती किसानों की तकदीर को बदलने का काम कर रहा है. सीवान के किसान भी अब पारंपरिक खेती को छोड़कर कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली हरी सब्जी सहित अन्य प्रकार के फसलों की खेती करने में लगे हैं.
किसान सीमित जमीन पर मौसमी सब्जी की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा करे हैं. यही वजह है कि पारंपरिक खेती को तबज्जो न देकर किसान अब नगदी फसल पर फोकस कर रहे हैं. किसान गौतम भगत और भरत कुशवाहा ने संयुक्त रूप से डेढ़ बीघा जमीन लीज पर लेकर अलग-अलग वैरायटी के सब्जियों की खेती कर रहे हैं. दोनों पिछले पांच साल से एक साथ खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं. डेढ़ बीघा खेत से सालाना 7 से 8 लाख तक के सब्जियों का उत्पादन कर लेते हैं. दोनों इलाके के किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गए हैं.
किसान भरत कुशवाहा ने बताया कि पारंपरिक खेती करने से समय ज्यादा लगता है और मुनाफा कम होता है. वहीं मौसम का मिजाज भी बदल रहा है. ऐसे में पारंपरिक खेती करना कठिन हो गया है. यही वजह है कि मौसम के अुनसार सीजनल सब्जी की खेती करते हैं. वहीं अन्य किसान भी अब नगदी फसल की ओर रूख करने लगे हैं.
किसान भरत कुशवाहा ने बताया कि अभी भिंडी, बोरो, लौकी, कोहड़ा, घेवड़ा, तरोई, बैगन, बंडा, मूली, पालक, करेला, परवल, कुंदरी, हरी मिर्चा, टमाटर, धनिया, संडा प्याज, फूल और पत्ता गोभी सहित अन्य सब्जियों की खेती कर रहे है. वहीं खेती करने के लिए रासायनिक और जैविक दोनों ही खाद का इस्तेमाल करते है. अभी फिलहाल सभी को मिलाकर दो क्विंटल से अधिक सब्जियां निकल रहा है.
किसान गौतम भगत ने बताया कि अभी रोजाना सब्जी का उत्पादन हो रहा है. व्यापारी खेत पर आकर सब्जी ले जाते हैं. सब्जियां फिलहाल सीवान, मेरवा, तितरा मंडी सहित अन्य बाजार में जाता है. प्रतिदिन 2 से 3 हजार की सब्जियां निकल रहा है. अभी सब्जियों को रेट भी अच्छा मिल रहा है. हर माह 60 से 70 हजार की कमाई हो जाती है. वहीं एक वर्ष में ढाई से तीन का लागत सब्जियों को लगाने एवं देखभाल में लग जाता है. जबकि 7 से 8 लाख तक की बिक्री हो जाती है. हालांकि बरसात के मौसम में सब्जियों के पौधे को विशेष देखभाल की जरूरत पड़ती है अन्यथा नुकसान की संभावना भी बनी रहती है.
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