बिहार
प्रसिद्ध साहित्यकार प्रोफेसर मैनेजर पांडेय का निधन, CM नीतीश ने जताया शोक
Gulabi Jagat
7 Nov 2022 10:30 AM GMT
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Source: Punjab Kesari
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसिद्ध साहित्यकार, समालोचक एवं जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे मैनेजर पांडेय के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
पांडेय के निधन से साहित्यिक एवं शैक्षणिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति: नीतीश
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि बिहार के गोपालगंज के रहनेवाले मैनेजर पांडेय को समालोचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये जाना जाता है। साहित्य के क्षेत्र में काम करते हुये उन्होंने कई पुस्तकें भी संपादित की। वे जवाहर लाल विश्वविद्यालय में भारतीय भाषा केन्द्र में अध्यक्ष भी रहे थे। मैनेजर पांडेय को साहित्य में योगदान के लिये दिनकर राष्ट्रीय सम्मान, गोकुलचंद आलोचना पुरस्कार, शलाका सम्मान से सम्मानित किया गया था। उनके निधन से साहित्यिक एवं शैक्षणिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
सोशल मीडिया पर लोगों ने उनके योगदानों का जिक्र कर किया याद
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। बता दें कि पांडेय के निधन के बाद सोशल मीडिया पर भी उनको जानने और मानने वाले कई लोगों ने अपनी शोक और संवेदनाएं जाहिर की हैं। लोगों ने उनके साथ बिताए वक्त और उनके योगदानों का जिक्र करते हुए उन्हें याद किया है।
छोटे गांव से साहित्य के शीर्ष तक अकादमिक सफर
गौरलतब है कि मैनेजर पाण्डेय का जन्म 23 सितंबर, 1941 को बिहार के गोपालगंज जिले के लोहटी में हुआ था। हिंदी भाषा और साहित्य में अपनी अलग पहचान बनाने वाले भोजपुरी भाषी मैनेजर पांडेय की उच्च शिक्षा (एमए और पीएचडी) काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हुई थी। शुरुआत में उन्होंने बरेली कॉलेज, बरेली और जोधपुर विश्वविद्यालय में अध्यापन किया।
Gulabi Jagat
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