फल्गु को मिलेगा पुनर्जीवन, नदी को सदानीरा बनाने की पहल शुरू
गया न्यूज़: नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत निरंजना (फल्गु) नदी को पुनर्जीवित करने की पहल की जा रही है. इसके लिए नमामि गंगे जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार की टीम बोधगया और चतरा में निरंजना नदी का निरीक्षण किया.
निरीक्षण के बाद बैठक करते हुए जल शक्ति मंत्रालय के निदेशक जी अशोक कुमार ने कहा कि अगले 3 माह के अंदर आईआईटी कानपुर से टीम फल्गु नदी को पुनर्जीवित करने के संबंध में विस्तार से स्टडी करेगी और प्रतिवेदन उपलब्ध करवायेगी. इसके बाद नदी को पुनर्जीवित करने की दिशा में सार्थक पहल की जाएगी. उन्होंने कहा कि फल्गु नदी तट में प्लांटेशन, विभिन्न जगहों को चिह्नित करके चेक डैम बनाना, कैसे गाद( सिल्ट) को कम करना, डी-सिल्टिंग कार्य को किस प्रकार किया जाना, कितना मात्रा में बालू का उठाव किया जाना व अन्य तमाम मुद्दों पर काम किया जाएगा.
बिहार-झारखंड के अधिकारियों के साथ की बैठक नदी को सदानीरा बनाने के लिए बिहार और झारखंड के अधिकारियों के साथ जल शक्ति मंत्रालय के निदेशक जी अशोक कुमार ने बैठक भी की है. साथ ही बोधगया के जानकारों से निरंजना नदी का महत्व और इतिहास को भी जाना. बोधगया में निरीक्षण करने के बाद चतरा, झारखंड के सिमरिया बेल गड्ढा फल्गु नदी का उद्गम स्थल को भी देखा. इसके बाद नेशनल मिशन ़फॉर क्लीन गंगा के डायरेक्टर जनरल जी अशोक कुमार के साथ गया डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम की बैठक हुई. बैठक में मुख्य रूप से निरंजना नदी के पुनर्जीवित करने के मुद्दों पर चर्चा हुई.