Patna: यात्रियों को चलती ट्रेन से फेंकने वाले आरपीएफ का फर्जी जवान गिरफ्तार
पटना Patna: आरा-बक्सर के बीच स्थित नदांव हॉल्ट के पास से तीन दिन पहले टिकट जांच के नाम पर चाइना करने के साथ ही दो यात्रियों को चलती ट्रेन से रेल train from moving trainपुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से चीना सहित चार मोबाइल और 1500 रुपये नकद बरामद हुए हैं। रोहित तिवारी भोजपुर जिले के शाहपुर इलाके के बरीसवन गांव का है। रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने सोमवार को बताया कि अथमलगोला थाना क्षेत्र के साइस्तापुर गांव निवासी लवकुश कुमार के पुत्र चंदन कुमार अपने भांजा घाट जिले के रहुई थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव निवासी अभिषेक कुमार के साथ 19 सितंबर को मालदा टाउन से नई दिल्ली जाने वाली 03413 अप स्पेशल ट्रेन से दिल्ली जा रहे थे।
वे रेलवे स्टेशन से from the railway station टिकट लेकर जनरल कोच में सवार हो गए। रात सवा दस बजे के करीब ट्रेन बिहिया रेलवे स्टेशन पर खड़ी हुई तो एक व्यक्ति सवार हुआ। उसके पास काली टी-शर्ट, खाकी रंग का पैंट, काले जूते और कमर में नोट रखे गए थे। खुद को वह कलाकारों के युवा साथी चंदन और अभिषेक से टिकट के लिए बुलाते हैं। टिकट देखने के बाद कहा गया कि यह स्पेशल ट्रेन साधारण टिकट लेकर कैसे चढ़ी हुई है। अब जुर्माना बाकी। फर्जी युवा पैसे की मांग करते हुए दोनों को लेकर अंतिम बोगी में लेकर चला गया। इसमें पहले दो यात्रियों को रेस्तरां में रखा गया था। इसके बाद उन्होंने फैजाबाद की और चंदन के पास से पांच हजार कैश और अभिषेक के पास से तीन हजार कैश और मोबाइल चेन ली और नंदा हिल के पास मोटरसाइकिल ट्रेन से पांच हजार कैश मोबाइल और अभिषेक के पास से दोनों को गिरा दिया।
रेल एसपी ने बताया कि गुजरात में विद्रोहियों की नौकरी थी। उसे पुलिस की नौकरी करना काफी शौक था। जिस कारण से उसने अपना वेष भूषा पुलिस की तरह व्यवहार किया। अपने मोबाइल में ताले के लोगों को खुद को दिखाते हुए युवा बताते थे। उसके पास से बिहार पुलिस ने लिखित पर्स बरामद किया है। रेल एसपी ने बताया कि दोनों तीर्थयात्रियों को देखकर स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी डायल 112 को दी। पुलिस चंदन के बयान पर केस दर्ज कर तकनीकी जांच शुरू हुई। सुपरमार्केट को चलाया गया, जिसमें उसकी पहचान हुई। इसके बाद रेल पुलिस ने बेगुनाहों को गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया। वह एक बेंच पर सोया था। रेल एसपी ने बताया कि वह कभी चंपारण, कभी झारखंड तो कभी दूसरे स्टेशन पर लगातार घूमते हुए इस यात्रा से चीन की घटना को अंजाम देते थे। चंदन का मोबाइल छीनने के बाद उसने यूपीआई के माध्यम से पांच हजार रुपये अन्य अकाउंट में पोस्ट कर लिए थे।