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बिहार जिलास्तरीय जांच दल द्वारा आंगबनाड़ी केंद्रों की औचक निरीक्षण में मिली अनियमितता के बाद सासाराम बाल विकास परियोजना पदाधिकारी समेत चार महिला पर्यवेक्षिकाओं से स्पष्टीकरण पूछा गया है. जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जांच में पता चला कि सीडीपीओ से लेकर महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण नहीं किया जाता है.
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी रश्मि रंजन ने बताया कि मामले में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के अलावा महिला पर्यवेक्षिकाओं में सीमा कुमारी-1, सीमा कुमारी-2, कालिता कुमारी एवं सुनीता कुमारी से स्पष्टीकरण पूछा गया है. सात दिनों के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब मांगा गया है. वर्ना कार्रवाई की जाएगी. बताया कि 31 अगस्त 2022 को जिलास्तरीय जांच टीम द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया गया था. जिसमें विभिन्न केंद्रों पर बच्चों की उपस्थिति कम पायी गई थी. स्कूल ऑवर में बच्चे बगैर पोशाक के उपस्थित मिले. कई केंद्र बंद पाये गये थे. केन्द्र पर बोर्ड, रैसिपी चार्ट व लाभुकों की सूची नहीं टंगी थी. सेविका के निजी भवन में किराये पर संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति जर्जर पायी गयी. जहां बच्चों के लिए मूलभूत सविधा उपलब्ध नहीं थी. बावजूद इसके वैसे आंगनबाड़ी केंद्रों की पर्यवेक्षिकाओं द्वारा अनुशंसा कर किराये के रूप में राशि भुगतान करायी जाती है.
जो सरकारी राशि का दुरूपयोग प्रतीत होता है. जांच के क्रम में कई मामलों में त्रुटि पायी गई.

Admin4
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