बिहार
''सौभाग्य'' से सभी को मिली बिजली, विद्युत क्षेत्र में हुआ आमूलचूल परिवर्तन : डीएम
Shantanu Roy
1 Nov 2022 5:41 PM GMT
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बेगूसराय। बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी का दसवां स्थापना दिवस मंगलवार की शाम बेगूसराय में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर बेहतर कार्य करने वाले कर्मियों को सम्मानित किया गया है। विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा कि सरकार द्वारा किए गए महत्वपूर्ण पहलों के कारण राज्य में विगत एक दशक के दौरान विद्युत क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। जिसका प्रत्यक्ष लाभ विद्युत की मांग एवं आपूर्ति के गैप को कम करने में मिला है। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन से एक तरफ जहां आमलोगों को विद्युत उपलब्धता में वृद्धि हुई है। दूसरी ओर निर्बाध विद्युत आपूर्ति औद्योगिक प्रतिष्ठानों एवं कृषि सम्बद्ध क्षेत्रों में भी काफी अच्छी प्रगति देखने को मिली है। डीएम ने कहा कि किसी फीडर ने बेगूसराय जिले के कृषि कार्यों में काफी योगदान दिया है। सौभाग्य योजना से इच्छुक सभी परिवारों को बिजली कनेक्शन उपलब्ध करवा दिया गया। विद्युत क्षेत्र में हुए कार्य के लिए कर्मियों का योगदान सराहनीय है। बेगूसराय जिले में 2012 से पूर्व शहरी क्षेत्रों में औसतन दस घंटे बिजली उपलब्धता में वृद्धि होकर अब 21-22 घंटे हो गई है, जबकि शहरी क्षेत्रों में चार-पांच घंटे से बढ़कर अब 20-21 घंटे हो गई है। बेगूसराय में 2012 तक 40 मेगावाट विद्युत की मांग अब बढ़कर 165 मेगावाट हो गई है।
आवश्यकता इस बात की है कि हम सभी बिजली की महत्ता को समझें तथा उसके अनावश्यक अनुप्रयोग को रोकें। उन्होंने कहा कि आज देश पारंपरिक मीटर के स्थान पर प्रीपेड मीटर के उपयोग के लिए तैयार है, जिसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि विद्युत सुदृढ़ीकरण के प्रयासों को सकारात्मक रूप से बल मिल सके। कार्यपालक अभियंता किशोर कुमार सिंह ने कहा कि जिले में दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाय) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक 52 सौ कृषि विद्युत कनेक्शन के साथ-साथ 36 कृषि फीडर का निर्माण किया गया है। इस योजना के तहत सात विद्युत शक्ति उपकेंद्र का निर्माण, 15 घरेलू फीडर का निर्माण के साथ ही 2783 नए ट्रांसफॉर्मर लगाए गए हैं। आईपीडीएस योजना के तहत शहरी क्षेत्र में एलटी एवं एचटी केबल की कुल लंबाई 340.6 किलोमीटर के साथ-साथ क्षमता विस्तारित करते हुए दो सौ केवीए की संख्या 143 हो गई है। इस योजना के तहत एक विद्युत शक्ति उपकेंद्र लाखो की स्थापना की गई है। मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना (एमकेवीएसवाय) के तहत 2443 कृषि विद्युत कनेक्शन प्रदान किए गए। डीडीयूजीजेवाय एवं एमकेवीएसवाय के तहत 7643 कृषि विद्युत संबंध प्रदान किया गया है। जिले में 33 केवी, 11 केवी एवं एलटी जर्जर तारों एवं केबलों को लगातार बदलने का कार्य किया गया तथा अब तक 2310.53 सर्किट किलोमीटर जर्जर तारों एवं केबलों को बदला गया है। ''सौभाग्य'' योजना के तहत बेगूसराय जिले के इच्छुक सभी एक लाख छह हजार चार सौ 38 परिवारों को अगस्त 2018 तक विद्युत कनेक्शन उपलब्ध करा दिया गया है। 2012 में 12 पावर सबस्टेशन से विद्युत आपूर्ति की जा रही थी, जिसकी संख्या बढ़कर 29 हो गई है। 2012 में दो ग्रिड सबस्टेशन जीरोमाईल एवं बीटीपीएस चकिया से विद्युत आपूर्ति की जा रही थी, वर्तमान में इसकी संख्या बढकर अब छह (नवनिर्मित मंझौल, बलिया, बगरस एवं चमथा) हो गई है। बेगूसराय जिले में 2012 में मात्र 12 पावर सब-स्टेशन से विद्युत आपूर्ति की जा रही थी, वर्तमान में संख्या 29 है। बेगूसराय शहर में 21155 तथा बरौनी, बलिया, बखरी, तेघड़ा एवं बीहट नगर में 17410 प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं।
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