शिक्षा विभाग के बुलाने के बाद भी सत्यापन में नहीं आये 400 से अधिक नियोजित शिक्षक
भागलपुर: शिक्षा विभाग के बुलाने के बाद भी राज्य के विभिन्न जिलों के 400 से अधिक नियोजित शिक्षक सत्यापन कार्य कराने के लिए नहीं पहुंचे. इन सब की जिलावार सूची तैयार की जा रही है. जल्द ही संबंधित जिलों को यह सूची भेजकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
जिलों के स्तर पर पूरे मामले की जांच होगी कि किन कारणों से ये शिक्षक नहीं पहुंचे. इसके बाद जिलों की रिपोर्ट के आधार पर विभाग आगे का निर्णय लेगा. मालूम हो कि सक्षमता परीक्षा के आवेदन में राज्य में 1205 नियोजित शिक्षक ऐसे मिले थे, जिनका बीटेट, सीटेड अथवा एसटेट का रौल नंबर एक से अधिक का समान था. इन सभी नियोजित शिक्षकों को जांच के घेरे में लेते हुए विभाग ने चरणबद्ध तरीके से मुख्यालय में बुलाया गया था. विभाग में बने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में एक-एक कर सभी शिक्षकों का सत्यापन किया गया है. यह कार्य विभाग में मार्च से 23 मार्च तक चला. लेकिन, इस दौरान 400 से अधिक शिक्षक विभाग में सत्यापन कार्य के लिए पहुंचे ही नहीं. वहीं, जो शिक्षक पहुंचे हैं, उनके सत्यापन की रिपोर्ट संबंधित कमेटी ने विभाग को सौंप दी है. रिपोर्ट जिलों को जल्द ही भेजी जाएगी,जिसका अध्ययन किया जा रहा है.
कार्यालय लिपिक को डीएम ने किया निलंबित: लंबे समय से अनुपस्थिति रहने पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने एक लिपिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. लिपिक सुनीता देवी समाहरणालय के जिला शस्त्रत्त् शाखा में प्रतिनियुक्ति पर तैनात थीं. वे अनधिकृत रूप से अनुपस्थित थीं. डीएम ने उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही का निर्देश उप समाहर्ता को दिया है.