कटिहार: बारसोई गोलीकांड पहेली बनकर रह गया. सीसीटीवी पुटेज दिखाकर पुलिस ने व्वाइट शर्ट वाले युवक की पहचान की बात की थी. मगर घटना के 66 दिन बाद भी पुलिस अनुसंधान ही कर रही है. कटिहार पुलिस अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. इधर घटना में मारे गए दो युवक और एक घायल के परिजन इंसाफ के लिए भटक रहे है. जबकि इस मामले में बारसोई पुलिस द्वारा 41 आदमी को नामजद बनाया गया है.
एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि मामला सेंसेटिव है. शत-प्रतिशत अनुसंधान के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है. गिरफ्तारी में देरी हो रही है तो इसका मतलब यह नहीं है कि पुलिस काम नहीं कर रही है. पुलिस अनुसंधान में जुटी हुई है.
गौरतलब है कि बिजली को लेकर बिजली उपभोक्ता एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा 26 जुलाई को प्रखंड मुख्यालय में बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया था. लेकिन कुछ शरारती तत्वों द्वारा बिजली कार्यालय में हंगामा करते हुए तोड़फोड़ करने लगा. जिसके बाद बारसोई प्रशासन द्वारा गोली चल दिया गया. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और एक की स्थिति गंभीर बनी हुई है. वहीं मृतक के परिवार वालों के द्वारा न्यायालय में आवेदन देकर अनुमंडल पदाधिकार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बारसोई थानाध्यक्ष, बिजली सहायक अभियंता पर मुकदमा दर्ज कराया है. मगर परिवार वाले आज भी न्याय के लिए भटक रहे है. वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा बारसोई गोलीकांड में 41 आदमी को नाम जोड़ अभियुक्त बनाया है.