मुंगेर न्यूज़: जमालपुर प्रखंड तथा अंचल भवन के निर्माण कार्य के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य अधर में फंसा हुआ है. इस कारण 69 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक प्रखंड व अंचल का भवन निर्माण कार्य नहीं हो पाया है. इस दिशा में अधिकारियों एवं राजनीतिक दलों द्वारा भी अनेकों बार प्रयास किए गए परंतु नतीजा नहीं निकल पाया. जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया यहां एक बार फिर सरकारी फाइलों में गुम होकर रह गई.
1954 में जमालपुर को मिला प्रखंड का दर्जा जमालपुर वासियों द्वारा काफी संघर्ष के बाद 1954 में जमालपुर को प्रखंड का दर्जा प्राप्त हुआ था. स्थापना काल से ही यहां यह दोनों ही कार्यालय दूसरों की दया दृष्टि पर टिकी हुई है. जमीन अधिग्रहण में बरती जाने वाली लापरवाही कानूनी पेच की अड़चनें पैदा करती रही, और मामला पूरी तरह फाइलों में ही सिमट कर रह गया. परिणामस्वरूप इस दिशा में प्रस्ताव के सरकारी प्रारूप पर कार्य नहीं हो पाया.
कई बार हुआ जमीन का निरीक्षण भवन निर्माण को लेकर अधिकारियों द्वारा कई बार जमीन को चिन्हित कर उसका निरीक्षण भी किया गया. जिसमें साफियासराय स्थित बाजार समिति एवं रामनगर स्थित सिंचाई विभाग की जमीन शामिल थी. शीघ्र ही भूमि का अधिग्रहण कर भवन निर्माण के दिशा में कार्य शुरू होगा. बताया था जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जिला प्रशासन से अनुमोदित करा कर राज्य सरकार के पास अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा. मामला फाइलों में ही उलझ कर रह गया.
भवन नहीं रहने से काम करने में हो रही कफी परेशानी
कार्यालय भवन व आवास नहीं रहने के कारण अधिकारियों से लेकर कर्मियों तक को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किराए के मकान में अधिकारी रहते हैं. प्रखंड तथा अंचल के अधिकारी तथा कर्मी को आवास की सुविधा नहीं रहने की वजह से प्रतिदिन दूसरे स्थानों से आना जाना पड़ता है. इस कारण समय पर कार्यालय नहीं आ जा सकते हैं.
भवन निर्माण को लेकर क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में अंचल अधिकारी अरशद मदनी ने बताया कि प्रखंड व अंचल कार्यालय के भवन निर्माण को लेकर जमीन अधिग्रहण का कार्य प्राथमिक सूची में शामिल हैं. कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कर भवन का निर्माण करवाया जाएगा. जिसके बाद अधिकारियों, कर्मियों के साथ आमलोगों को भी सहुलियत होगी.