बिहार

भेदभाव के बिना समान रूप से लागू होता मानवाधिकार

Admin Delhi 1
20 April 2023 10:43 AM GMT
भेदभाव के बिना समान रूप से लागू होता मानवाधिकार
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मधुबनी न्यूज़: लनामि विवि के पीजी रसायन शास्त्र विभाग में मानवाधिकार विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें पीजी चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने अपने विचार रखे. छात्रों ने कहा कि भारत में मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम 1993 में संसद से पारित हुआ तथा राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और राज्य स्तर पर राज्य मानवाधिकार आयोग की स्थापना का प्रावधान किया गया. छात्रों ने मानवाधिकार की व्याख्या करते हुए इसकी अवधारणाओं पर विस्तार से चर्चा की. मानवाधिकार के विभिन्न सिद्धांतों के बारे में विस्तार से बताया तथा सभी मानवों को मिलने वाले समानता के अधिकार की बात की. विशेषकर महिलाओं की अधिकार के विषय में विस्तृत जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि यह अधिकार जाति, लिंग, राष्ट्रीयता, भाषा, धर्म और रंग आदि के किसी भी भेदभाव के बिना सभी मनुष्यों के लिए सामान रूप से लागू होता है. चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र गौतम ने बताया कि मानवाधिकार वैसे अधिकार हैं जो हमारे पास इसलिए है क्योंकि हम सब मनुष्य हैं. राष्ट्रीयता, लिंग, राष्ट्रीय या जातीय मूल, रंग, धर्म, भाषा या किसी अन्य स्थिति की परवाह किए बिना यह हम सब सभी के लिए सार्वभौमिक अधिकार है. छात्रों ने बताया कि मानवाधिकार के पांच विशेष अधिकार नागरिकों को प्रदान किये जाते हैं. नागरिक अधिकार, राजनीतिक अधिकार, आर्थिक अधिकार, सामाजिक अधिकार एवं सांस्कृतिक अधिकार व शिक्षा संबंधित अधिकार इसमें शामिल हैं. मानव अधिकार की बात भारत में प्राचीन काल से ही की गई है.वैदिक काल से ही समस्त जीवों और प्रकृति की परस्पर निर्भरता का उल्लेख करते हुए संपूर्ण विश्व के मानव की कल्याण की अवधारणा प्रस्तुत की है. कार्यक्रम में विभागीय शिक्षक डॉ. संजय कुमार चौधरी, सहायक प्राध्यापक डॉ. आकांक्षा उपाध्याय, डॉ. विकास कुमार सोनू आदि भी उपस्थित थे.

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