बिहार

संविधान में महिला और पुरुष के समान अधिकार: डॉ. रजनी झा

Harrison
29 Aug 2023 1:44 PM GMT
संविधान में महिला और पुरुष के समान अधिकार: डॉ. रजनी झा
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बिहार | सशक्त छात्राएं ही समृद्ध समाज व राष्ट्र का निर्माण करेंगी. इसलिए इस आधुनिक दौर में इनका शिक्षित होना सबसे अधिक जरूरी है.
महिला समानता दिवस के मौके पर शिवगंगा बालिका प्लस टू उवि में किशोरी मंच की छात्राओं के बीच आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एचएम डॉ. रजनी झा ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान ने महिला और पुरुष दोनों के लिए समान अधिकार दिए हैं लेकिन जमीनी हकीकत इन अधिकारों से अलग ही है. 19 वीं संशोधन के पारित होने की याद यह दिलाता है, जिसने महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया. महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती है फिर वह राजनीति का क्षेत्र हो या और कोई भी. किशोरी मंच की नोडल शिक्षिका डॉ. मीनाक्षी कुमारी ने किशोरी मंच की छात्राओं एवं अन्य विद्यालय की छात्राओं के बीच महिला समानता दिवस के उद्देश्यों को साझा किया. महिलाओं ने कई बड़ी जिम्मेदारियां को निभाकर यह साबित कर दिया कि वह किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं.नारी सशक्तिकरण की भावना जागृत करने, महिलाओं के समान अधिकारों के लिए संघर्षों के बारे में नयी पीढियों को आदि के बारे में अवगत कराना है.
, समान अधिकारों के लिए निरंतर प्रयासरत रहना इससे पैदा होने वाले लाभों के बारे में बताना, महिलाओं में उमंग का जोश को भरना ताकि वह अपने सपनों को पूरा कर सके. शिक्षिका व छात्राओं ने परिचर्चा में भाग लेते हुए कहा कि महिलाओं को लेकर समाज में सोच बदलने की बहुत ज्यादा जरूरत है. इसके लिए हम सभी को उन संघर्ष में जीवन देनी वाली महिलाओं की जीवन को सराहना देनी होगी और अपने सारे अधिकारों और कर्तव्य को समझना होगा. तभी सही मायने में यह महिला समानता दिवस सफल हो पाएगा. मौके पर श्वेता, राखी, नंदिनी, निहारिका, अनामिका, प्रीति प्रिया व अन्य ने अपनी बातें रखीं.
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