बिहार

अभियंत्रण विभाग ने 8 रेल कर्मियों को किया निलंबित, अब तक 10 रेल कर्मियों को किया गया निलंबित

Harrison
1 Sep 2023 5:53 AM GMT
अभियंत्रण विभाग ने 8 रेल कर्मियों को किया निलंबित, अब तक 10 रेल कर्मियों को किया गया निलंबित
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बिहार | कटिहार रेल मंडल के अभियंत्रण विभाग के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन व अन्य मद में मिलने वाली राशि से ज्यादा राशि के भुगतान मामले में रेलवे अधिकारियों की जांच तेज गति से चल रही है. जैसे-जैसे जांच की रफ्तार बढ़ रही है. वैसे-वैसे चिह्नित रेल कर्मियों को निलंबित किया जा रहा है. भी संबंधित जांच अधिकारियों ने अभियंत्रण विभाग के ट्रैक मैन और विभागीय कर्मियों से बंद कमरे में एक-एक कर पूछताछ की.
इधर सूत्रों की माने तो वेतन व अन्य मद में रेलवे द्वारा दी जाने वाली राशि से ज्यादा राशि का भुगतान जिस रेल कर्मियों के खाते में हुआ था. संबंधित आठ से अधिक रेल कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही कुछ रेल कर्मियों को तबादला भी कर दिया गया है. इससे रेलवे के विभिन्न विभाग में हड़कंप मच गया है. इस मामले में फिलहाल रेल मंडल के अधिकारी कुछ भी कहने से कतारने लगे हैं. मगर एक बात जरूर कहते दिख रहे कि जो गलत करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
अब तक 10 रेल कर्मियों को किया गया निलंबित वेतन मद में रेलवे के नियमों के विपरित अनियमित तरीके से लाखों रुपये का भुगतान करने के मामले में अब तक 10 रेल कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. जिसमें अभियंत्रण विभाग के 9 रेलकर्मी और रेल वित्त विभाग के एक रेलकर्मी का निलंबन शामिल है.
चार और रेल कर्मियों के नाम आने से मचा हड़कंप जांच टीम को जांच के क्रम में पता चला कि अभियंत्रण विभाग के चार और रेल कर्मी वेसे हैं. जिनके खाते में रेलवे की ओर से की जाने वाली भुगतान की राशि से अधिक राशि का भुगतान किया गया है. इस नाम के आते ही रेल कर्मियों में हड़कंप मच गया है. सनद रहे कि रेल मंडल वित्त विभाग द्वारा मामले का उजागर करने के बाद डीआरएम ई एक्शन में आ गये है. विभाग के अपर रेल मंडल अभियंता को जांच का आदेश दिया है. उनके नेतृत्व में पिछले तीन दिनों से जांच चल रही है. जांच अधिकारियों ने संबंधित ट्रॉली मैन और विभागीय के वरीय अधिकारियों से भी पूछताछ की है.
2020 से अब तक 1.19 करोड़ की अनियमित भुगतान का मामला आया सामने
सूत्रों की माने तो जांच टीम को अब तक कुछ कनीय और वरीय अधिकारियों की मिली भगत से 1.19 करोड़ रुपये की अनियिमित निकासी की बात सामने आयी है. हालांकि इस मामले में रेल अधिकारी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है. चर्चा कि चतुर्थवर्गीय कर्मी सुनील के खाते में जमील के खाते में 25 लाख, सुनील के खाते में 17 लाख, अंगद के खाते में 22 लाख, उज्जवल के खाते में 22 लाख, चंदन के खाते में 18 लाख, मनोज के खाते में 12 लाख और एक अन्य रेल कर्मी के खाते में 6 लाख का अनियमित भुगतान किया गया है. जो रेलवे के नियम के विपरित पाया गया.
चार और रेलकर्मियो के खाते में किया गया अनियमित भुगतान
जांच के क्रम में पता चला है कि चार और रेल कर्मियों के खाते में अनियमितता पूर्ण भुगतान किया गया है. संबंधित रेल कर्मियों में से एक और रेलकर्मी को निलंबित कर दिया गया है. तीन से पूछताछ जारी है.
खाता में पैसा भेज कर फिर तरह-तरह की बात बोलकर मांगा जाता था पैसा
जांच के क्रम में चतुर्थवर्गीय रेल कर्मियों के खाते में सप्लीमेंटरी बिल या हैंड बिल के माध्यम से अतिरिक्त पैसा भेजा जाता था. पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि खाते में पैसे भेजने के कुछ ही दिन बाद एक पदाधिकारी स्तर के रेल कर्मी चतुर्थवर्गीय कर्मी को तरह-तरह की बात कहकर या फिर पैसे की जांच की बात बोलकर कैश पैसा मंगा लोता है. हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है. चर्चा यह भी है कि अब संबंधित वरीय रेल कर्मी चतुर्थवर्गीय कर्मी द्वारा पैसे देने या मांगने की बात से इंकार कर रहा है. इसका खुलासा रेलवे अधिकारियों की जांच पूरी होने और अधिकारियों द्वारा जांच रिपोर्ट की जानकारी देने के बाद ही हो पायेगी.
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