बिहार

वोकेशनल में 50 तो यूजी में 25 छात्रों को ही रोजगार

Admin Delhi 1
24 April 2023 1:53 PM GMT
वोकेशनल में 50 तो यूजी में 25 छात्रों को ही रोजगार
x

कटिहार न्यूज़: टीएमबीयू में विभिन्न तरह के वोकेशनल कोर्स चल रहे हैं, लेकिन इसमें न तो कैंपस सेलेक्शन होता है और न ही सौ फीसदी छात्रों को रोजगार मिलता है. पास करने के बाद अगले एक से दो सालों में पीजी में 50 फीसदी, लेकिन यूजी में तो 25 फीसदी से अधिक छात्रों को रोजगार नहीं मिल पाता है.

टीएमबीयू में कुछ नये वोकेशनल कोर्स चलाये जाने की तैयारी चल रही है. जो कोर्स पहले से चल रहे हैं वह भी सभी छात्रों को रोजगार नहीं दे पा रहे हैं. मारवाड़ी कॉलेज में चल रहे तीन वर्षीय बीबीए कोर्स में सभी 60 सीटों पर हर वर्ष नामांकन होता है. लेकिन वहां कैंपस सेलेक्शन के लिए कंपनियां नहीं आती हैं. कोर्स के निदेशक डॉ. आशुतोष कुमार दत्ता ने बताया कि बीबीए के बाद अधिकतर छात्र एमबीए करने चले जाते हैं. इसलिए जो छात्र बचते हैं, उसमें से कुछ को अगले एक दो सालों में कहीं नौकरियां लग जाती हैं. कुल छात्रों की तुलना में देखा जाये तो करीब 20 फीसदी छात्र कहीं न कहीं नौकरी पा लेते हैं.

मारवाड़ी कॉलेज में चलने वाले बीआईटी कोर्स के निदेशक डॉ. अरविंद कुमार साह ने बताया कि यहां से भी करीब 20 फीसदी छात्र कोर्स पूरा होने के एक दो सालों में नौकरियां पा लेते हैं. विवि के बायो इन्फॉरमेटिक्स केंद्र में चलने वाले पीजीडीसीए कोर्स की 25 सीटों में से करीब 15 सीटों पर नामांकन हो जाता है. लेकिन यहां भी करीब 20 से 25 फीसदी छात्रों को ही नौकरियां मिल पाती हैं. यही हाल अन्य यूजी वोकेशनल कोर्स की भी है.वहीं पीजी कोर्स में भी कुल 60 में से 50 से 60 सीटों पर नामांकन हो जाता है. जिसमें पिछले कुछ सालों में पास छात्रों में से करीब 25 की नौकरियां लग गई हैं. यहां कुछ छोटी कंपनियां आती हैं लेकिन वे भी 15 से 20 हजार तक की नौकरियां देती हैं. 2015 में डॉ. पवन पोद्दार के समय एक प्लेसमेंट सेल खुला लेकिन 2017 के बाद से वह काम नहीं कर रहा है. वहां के शिक्षक डॉ. शिव प्रसाद ने बताया कि एमसीए कोर्स के लिए करीब 60 सीटों में से करीब दस फीसदी छात्र काफी अच्छे होते हैं.

जिन्हें अच्छी नौकरियां मिल पाती हैं, लेकिन शेष करीब 40 फसदी छात्र ऑपरेटर आदि की नौकरी करते हैं. एमबीए की निदेशक डॉ. निर्मला कुमारी ने कहा कि अभी नई आई हूं. इसके लिए प्रयास कर रही हूं कि जल्द से जल्द कंपनियां आयें और अधिक से अधिक छात्रों को नौकरियां मिले. इसी को लेकर कुछ नये वोकेशनल कोर्स चलाने की तैयारी की जा रही है , ताकि वोकेशनल की पढ़ाई करने वाले छात्रों को रोजगार मिल सकें.

Next Story